संजय सिंह को अध्यक्षी मिलते ही साक्षी का कुश्ती से संन्यास

भारतीय कुश्ती महासंघ चुनावः आंखों में आंसू, टेबल पर रखे जूते
प्रेम चंद लोचप महासचिव, देवेंद्र सिंह कादियान वरिष्ठ उपाध्यक्ष बने
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव उपाध्यक्ष पद का चुनाव हारे
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव हो चुके हैं और बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह ने राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदकधारी अनीता श्योराण को 40 के मुकाबले 7 मतों से पराजित कर अध्यक्ष की आसंदी पर कब्जा जमा लिया। इस चुनाव में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव उपाध्यक्ष पद का चुनाव हार गए। उन्हें सिर्फ पांच मत मिले। महासचिव पद पर प्रेम लोचक की जय-जयकार हुई है। उन्होंने दर्शन लाल को पराजित कर बृजभूषण शरण सिंह के खेमे को निराश कर दिया।
भारतीय कुश्ती महासंघ के बृहस्पतिवार को हुए चुनाव में निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के विश्वासपात्र संजय सिंह अध्यक्ष पद पर आसान जीत दर्ज करने में सफल रहे। उनके पैनल ने 15 में से 13 पद पर जीत दर्ज की। बृजभूषण शरण पर महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाकर प्रदर्शन करने वाले पहलवानों को चुनाव नतीजों ने निराश किया और ओलम्पिक पदक विजेता साक्षी मलिक को संन्यास की घोषणा करनी पड़ी।
उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष संजय को 40, जबकि उनकी प्रतिद्वंद्वी और राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता अनीता श्योराण को सिर्फ सात मत मिले। अनीता का पैनल महासचिव और वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद अपने नाम करने में सफल रहा। प्रेम चंद लोचप महासचिव, देवेंद्र सिंह कादियान वरिष्ठ उपाध्यक्ष बने हैं।
रियो ओलम्पिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक ने टेबल पर अपने जूते रखकर संन्यास की घोषणा की। साक्षी की आंखों में आंसू थे। उन्होंने कहा, ‘हमने दिल से लड़ाई लड़ी, लेकिन बृजभूषण जैसा आदमी, उसका बिजनेस पार्टनर और करीबी सहयोगी अध्यक्ष चुना गया है तो मैं कुश्ती छोड़ती हूं।’ पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा, ‘सरकार अपनी बात पर कायम नहीं रही कि बृजभूषण का कोई भी विश्वस्त कुश्ती महासंघ के चुनाव नहीं लड़ेगा।’ इसी तरह महिला पहलवान विनेश फोगाट ने भी इन चुनावों को लेकर निराशा जताई।

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