जूनियर मुक्केबाजी विश्व चैम्पियनशिप में भारत की बल्ले-बल्ले

नौ भारतीय स्वर्ण की दौड़ में, अमीषा, प्राची और हार्दिक की चांदी
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
आर्मेनिया के येरेवन में चल रही आईबीए जूनियर विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में भारतीय होनहार मुक्केबाजों की बल्ले-बल्ले हो रही है। भारतीय मुक्केबाज हार्दिक पंवार, अमीषा केरेटा और प्राची टोकस को जहां अपने-अपने फाइनल में हार के बाद रजत पदक से संतोष करना पड़ा, वहीं नौ अन्य मुक्केबाज फाइनल में दस्तक दे चुके हैं।
एशियाई जूनियर चैम्पियन हार्दिक (80 किलोग्राम) को रविवार को करीबी मुकाबले में रूस के एशुरोव बैरमखान से 2-3 से हार का सामना करना पड़ा। अमीषा (54 किलोग्राम) और प्राची (80 किलोग्राम से अधिक) को अपने-अपने फाइनल मुकाबलों में समान रूप से 0-5 से हार का सामना करना पड़ा। अमीषा कजाकिस्तान की अयाजान सिडिक जबकि प्राची ने उज्बेकिस्तान की दो बार की एशियाई जूनियर चैम्पियन सोबिराखोन शाखोबिद्दीनोवा के खिलाफ हार गयी।
भारत इस प्रतियोगिता में अब तक पांच कांस्य सहित 17 पदक पक्के कर चुका है। पायल (48 किलोग्राम), निशा (52 किलोग्राम), विनी (57 किलोग्राम), सृष्टि (63 किलोग्राम), आकांक्षा (70 किलोग्राम), मेघा (80 किलोग्राम), जतिन (54 किलोग्राम), साहिल (75 किलोग्राम) और हेमंत (80 किलोग्राम से अधिक) उन 9 भारतीय मुक्केबाजों में शामिल हैं जो स्वर्ण पदक के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे। नेहा (46 किलोग्राम), निधि (66 किलोग्राम), परी (50 किलोग्राम), कृतिका (75 किलोग्राम) और सिकंदर (48 किलोग्राम) ने सेमीफाइनल में हार के बाद अपना अभियान कांस्य पदक से समाप्त किया।

 

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