किस अध्ययन से कौन सा जॉब मिलेगा इसका ज्ञान जरूरीः हितेन्द्र सिंह

राजीव एकेडमी में करियर गाइडेंस पर हुई कार्यशाला

मथुरा। हमारा देश विकास पथ पर निरंतर अग्रसर है। दुनिया में सबसे अधिक युवा भी हमारे देश में हैं। हर छात्र-छात्रा पढ़-लिखकर अपने करियर को नई ऊंचाइयां देना चाहता है लेकिन उसके सामने सबसे बड़ी समस्या करियर के चुनाव को लेकर आती है। कई अभिभावक बच्चों की रुचि पर ध्यान न देते हुए अपने विचार और अपेक्षाएं उन पर थोप देते हैं जोकि गलत है। उक्त उद्गार बुधवार को राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट के बीसीए विभाग द्वारा आयोजित करियर गाइडेंस कार्यशाला में रिसोर्स परसन हितेन्द्र सिंह आर्किटेक्ट (डेटाबेस इंजीनियर) ट्रांस यूनियन मोरिसविली, कैलीफोर्निया (यूएसए) ने व्यक्त किए।

श्री सिंह ने छात्र-छात्राओं को करियर चुनाव तथा जीवन में आने वाली विविध कठिनाइयों तथा उनसे निपटने के उपाय बताए। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि जीवन में उचित करियर का चुनाव करना बहुत महत्वपूर्ण कार्य है। यदि विद्यार्थी को यह समझ में आ जाए कि कौन सा अध्ययन कौन सा जॉब दिला सकता है तो जीवन को ऊँची उड़ान देने वाला प्लेटफार्म आसानी से मिल सकता है। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को अक्सर यही समझ नहीं होती कि वे जो अध्ययन कर रहे हैं वह उनको कौन से क्षेत्र में जॉब दिलाएगा।

श्री सिंह ने कहा कि व्यावसायिक डिग्री कोर्स करने वाले छात्र-छात्राओं को कारपोरेट जगत में आने से पहले जिस विषय का अध्ययन कर रहे हैं, उसके बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है। श्री सिंह ने कहा कि सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता, चाहे कोई भी क्षेत्र हो कठिन परिश्रम के बिना वह नहीं मिलेगा जो हम चाहते हैं। रिसोर्स परसन ने छात्र-छात्राओं को पांच सिद्धांतों परिवर्तन, दृढ़ता, प्रतिबद्धता, आंतरिक प्रेरणा तथा भावनात्मक बुद्धिमत्ता पर भी विस्तार से जानकारी दी।

संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना ने रिसोर्स परसन का आभार मानते हुए कहा कि राजीव एकेडमी में छात्र-छात्राओं को व्यावहारिक और सैद्धांतिक ज्ञान प्रदान करने के लिए ऐसी कार्यशालाओं का समय समय पर आयोजन किया जाता है। डॉ. सक्सेना ने कहा कि छात्र-छात्राओं को करियर चुनाव के साथ ही समय, धन और ऊर्जा का प्रभावी ढंग से प्रबंधन करना भी सीखना चाहिए। उन्होंने कहा कि करियर का चुनाव करना तो आसान है मंजिल तक पहुंचना उतना ही कठिन। यदि हमें सफलता के शिखर पर पहुंचना है तो परिश्रम करना होगा, अपनी स्किल्स को सुधारना होगा। राजीव एकेडमी में अध्ययरत विद्यार्थियों को ख्यातिनाम कम्पनियां कठिन परिश्रम के कारण ही प्लेसमेंट में जॉब साक्षात्कार के लिए कॉल करती हैं। डॉ. सक्सेना ने सभी छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वे परिश्रम के मूल मंत्र को अपना कर अपने स्वर्णिम सपनों को साकार करें।

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