क्रिकेट में भारत और श्रीलंका के बीच होगी स्वर्णिम जंग

फाइनल मुकाबले में कप्तान हरमनप्रीत करेंगी वापसी
खेलपथ संवाद
हांगझोऊ।
एशियाई खेलों में भारतीय महिला क्रिकेट टीम स्वर्ण पदक के लिए श्रीलंकाई टीम से भिड़ेगी। भारतीय टीम ने पहली बार इन खेलों के फाइनल में प्रवेश किया है। बाएं हाथ की तेज गेंदबाज पूजा वस्त्राकर (4/17) की शानदार गेंदबाजी की मदद से भारतीय महिला टीम ने रविवार को एशियाई खेलों की क्रिकेट स्पर्धा के सेमीफाइनल में बांग्लादेश को आठ विकेट और 70 गेंद शेष रहते हराया था। 
श्रीलंका ने दूसरे सेमीफाइनल में गत विजेता पाकिस्तान को छह विकेट से हराकर फाइनल का टिकट कटाया था। इस मैच में भारत की नियमित कप्तान हरमनप्रीत कौर भी वापसी करेंगी। बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज में अभद्र व्यवहार के चलते उन पर दो मैच का बैन लगा था। इसी वजह से वह मलयेशिया और बांग्लादेश के खिलाफ मैच में टीम इंडिया का हिस्सा नहीं थीं और स्मृति मंधाना ने भारत की कप्तानी की।
बांग्लादेश के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में पूजा ने टी-20 प्रारूप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और उनके शानदार गेंदबाजी के चलते बांग्लादेश की टीम 17.5 ओवर में 51 रन पर ही ढेर हो गई। यह टीम का भारत के खिलाफ न्यूनतम स्कोर है। जवाब में भारतीय टीम ने 8.2 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया। टीम ने दो विकेट पर 52 रन बनाकर 70 गेंद शेष रहकर जीत दर्ज की। कनिका आहूजा (नाबाद 1) और जेमिमा रोड्रिगज (नाबाद 20) ने टीम को जीत तक पहुंचाया। भारत ने कप्तान स्मृति मंधाना (07) और शैफाली वर्मा (17) के विकेट गंवाए।
इससे पहले बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया जो उसका गलत साबित हुआ। बांग्लादेश के खिलाफ वस्त्रकार और टिटास साधु ने नई गेंद से कहर बरपाते हुए बल्लेबाजों के बल्लेबाजों को खुलकर खेलने नहीं दिया। सिर्फ कप्तान निगार सुल्ताना (12) ही दोहरे अंक तक पहुंच सकी। जबकि उनकी पांच बल्लेबाज खाता भी नहीं खोल पाईं।
वस्त्रकार ने दिए शुरुआती झटके: वस्त्रकार को भारतीय टीम की रवानगी के ठीक पहले टीम में चोटिल अंजलि सरवानी की जगह शामिल किया गया था। वस्त्रकार ने बांग्लदेश की टीम को शुरुआती झटके दिए। बांग्लादेश का जब खाता भी नहीं खुला था तब वस्त्रकार ने उनकी सलामी बल्लेबाज शाती रानी (0) को पहली ही गेंद पर आउट करके बेहतरीन शुरुआत की। उन्होंने इसी ओवर में शमीमा सुल्ताना (0) को पगबाधा आउट किया जबकि शोभना मोस्तारी (8) भी टिक नहीं सकी। पहले तीन ओवर में तीन विकेट लेकर पूजा ने भारत का शिकंजा कस दिया। टिटास ने उनका बखूबी साथ देते हुए सोरना अख्तर (0) को बोल्ड किया। बीच के ओवरों में स्पिनरों ने बल्लेबाजों को खुलकर खेलने नहीं दिया। कुछ बल्लेबाजों के रनआउट होने से बांग्लादेश की मुश्किलें और बढ़ गई थी। भारतीय टीम की नियमित कप्तान हरमनप्रीत कौर दो मैचों के निलंबन के कारण यह मुकाबला भी नहीं खेल पाईं। हरमनप्रीत को कुछ महीने पहले एक शृंखला में बांग्लादेशी अंपायरिंग की आलोचना करने के कारण निलंबन लगा था।

 

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