एचएस प्रणय को कांस्य पदक से करना पड़ा संतोष

विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप में वितिदसर्न से सेमीफाइनल में हारे
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
भारत के अनुभवी बैडमिंटन खिलाड़ी एचएस प्रणय का विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंचने का सपना टूट गया। वह शनिवार (26 अगस्त) को खेले गए सेमीफाइनल में थाईलैंड के कुनलावत वितिदसर्न के खिलाफ कड़े मुकाबले में हार गए। इस हार के बाद उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। कुनलावत वितिदसर्न ने तीन गेम तक चले मुकाबले में प्रणय को 18-21, 21-13, 21-14 से हराया। प्रणय पहली बार विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में कोई पदक जीतने में कामयाब हुए हैं।
31 साल के प्रणय अपने करियर में थाईलैंड के खिलाड़ी को एक बार भी नहीं हरा पाए हैं। दोनों खिलाड़ी दो बार आमने-सामने हुए हैं और सभी में कुनलावत विजेता रहे हैं। इससे पहले प्रणय ने शुक्रवार को दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन को हराकर बड़ा उलटेफर किया था।
पहले गेम में जीते थे प्रणय
भारतीय खिलाड़ी ने मैच की शुरुआत शानदार अंदाज में की। उन्होंने थाईलैंड के खिलाड़ी को पहले गेम में टिकने नहीं दिया। प्रणय ने 21-18 से पहला गेम अपने नाम किया। दूसरे गेम में उन्होंने अच्छी शुरुआत की, लेकिन कुछ ही समय में लय खो बैठे। उनके चेहरे पर थकान साफ दिख रही थी। इसका फायदा वितिदसर्न ने उठाया और दूसरे गेम को 21-13 से अपने नाम कर मैच को बराबरी पर ला दिया। तीसरे गेम में भी प्रणय उन्हें कोई चुनौती नहीं दे पाए और मैच को गंवा बैठे।
भारत के ये खिलाड़ी जीत चुके हैं पदक
प्रणय विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले पांचवें भारतीय पुरुष एकल खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले किदांबी श्रीकांत (रजत), लक्ष्य सेन (कांस्य), बी साई प्रणीत (कांस्य) और प्रकाश पादुकोण (कांस्य) पुरुष एकल में पदक जीत चुके हैं।
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु ने विश्व चैंपियनशिप के एकल में पांच पदक जीत थे जिसमें 2019 में स्वर्ण भी शामिल है। उनके अलावा साइना नेहवाल (रजत और कांस्य) ने दो पदक हासिल किए थे। वहीं, महिला युगल जोड़ी ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा ने 2011 में कांस्य और सात्विकसाईराज रैंकीरेड्डी व चिराग शेट्टी की जोड़ी ने पिछले साल कांस्य पदक जीता था।

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