चुनाव आयोग के 'नेशनल आइकॉन' बने सचिन तेंदुलकर
कहा- हमें अपनी पसंद का देश चाहिए, तो हर वोट मायने रखता है
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। चुनाव आयोग मतदान के प्रति शहरी लोगों और युवाओं की उदासीनता से जूझ रहा है। ऐसे क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर को चुनावों में मतदाताओं की अधिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए चुनाव पैनल के "राष्ट्रीय आइकन" के रूप में नियुक्त किया गया है। चुनाव आयोग अक्टूबर-नवंबर में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव और 2024 में लोकसभा चुनाव कराने की तैयारी कर रहा है। इसी कड़ी में सचिन तेंदुलकर को राष्ट्रीय आइकॉन बनाया गया है।
तेंदुलकर और चुनाव पैनल के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गए। तीन साल के समझौते के तहत सचिन मतदाताओं के बीच मतदान के लिए जागरूकता फैलाएंगे। सभा को संबोधित करते हुए तेंदुलकर ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और अपने मताधिकार का प्रयोग करना हमारी प्रमुख जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा था कि अपनी दूसरी पारी में वह भारत के लिए बल्लेबाजी करना जारी रखेंगे।
सचिन ने कहा "ऐसा कहा जाता है कि भारत दुनिया में सबसे युवा औसत आयु वाला देश है। लेकिन जब मतदान की बात आती है तो हम ईमानदारी पूर्वक खुद को जिम्मेदार राष्ट्र नहीं कह सकते। इसे स्वीकार करना थोड़ा मुश्किल है।" उन्होंने कहा कि एक भारतीय के रूप में वह चाहते हैं कि लोग कहें कि भारत बेशक दुनिया का सबसे युवा औसत आयु वाला देश है, लेकिन इसके साथ ही वोट देने के मामले में यह दुनिया का सबसे जिम्मेदार देश है।
तेंदुलकर ने कहा, मतदान एक जिम्मेदारी है और यह हमारे भीतर से आना चाहिए। उन्होंने कहा, "हम सभी चाहते हैं कि हमारे देश में अच्छी चीजें हों। लेकिन इसके लिए प्रयास की जरूरत है - अपना वोट डालने का प्रयास," उन्होंने कहा कि जब हम उस देश के बारे में सोचते हैं जिसे हम चाहते हैं, तो हर वोट मायने रखता है।
इस अवसर पर बोलते हुए, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव पैनल ने उन निर्वाचन क्षेत्रों और मतदान केंद्रों की पहचान की है जहां मतदान का प्रतिशत कम है। उन्होंने कहा, "हम इसे 'मतदान कार्यान्वयन योजना' कह रहे हैं और निर्वाचन क्षेत्रों की पहचान की है और जिला निर्वाचन अधिकारियों को कारणों को देखने और कम मतदान के लिए जिम्मेदार कारकों का विश्लेषण करने के लिए जिम्मेदार बनाया है।"
चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे ने कहा कि मतदाताओं को बाहर आने और अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए चुनाव आयोग जिस "पिच" पर खेलता है वह "कठिन" है। लेकिन उन्होंने भरोसा जताया कि तेंदुलकर शानदार प्रदर्शन करेंगे। चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनावों में मतदान अधिकतम 67 प्रतिशत था। उन्होंने कहा कि मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए और अधिक प्रयास किये जाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि मतदाताओं के लिए मतदान केंद्रों पर सर्वोत्तम सुविधाएं उपलब्ध कराने के बावजूद, कुछ इलाकों में कम मतदान हुआ है। पोल पैनल ने शहरी और युवाओं की उदासीनता को कुछ शहरों में खराब मतदान के प्रमुख कारणों में से एक माना है। पिछले साल आयोग ने अभिनेता पंकज त्रिपाठी को राष्ट्रीय आइकन के रूप में मान्यता दी थी। इससे पहले, 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान, एमएस धोनी, आमिर खान और मैरी कॉम जैसे दिग्गज चुनाव आयोग के राष्ट्रीय प्रतीक थे।