भारत में मिलता है घर जैसा प्यारः रेहान बट

पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज बहाल होनी चाहिए
खेलपथ संवाद
चेन्नई।
दो दशक पहले भारतीय रक्षक पंक्ति के खिलाड़ियों के लिए बड़ी चुनौती बनने वाले पाकिस्तान हॉकी टीम के पूर्व स्टार फॉरवर्ड रेहान बट का कहना है कि दुनिया में सबसे ज्यादा मजा उन्हें भारत में ही खेलने में आया है जहां उन्हें हमेशा घर जैसा प्यार मिला है और अब समय आ गया है कि दोनों एशियाई दिग्गजों के बीच द्विपक्षीय हॉकी बहाल की जाए। 
तीन ओलंपिक और दो विश्व कप समेत पाकिस्तान के लिए 274 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके रेहान चेन्नई में एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए आई पाकिस्तानी टीम के कोच हैं। उन्होंने माना कि भारत की मजबूत टीम के सामने उनकी युवा टीम पर बड़ा दबाव रहेगा। दोनों देशों के बीच राजनीतिक तनाव की स्थिति में द्विपक्षीय सीरीज बंद हैं। 43 साल के बट इस बात से खुश हैं कि एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान की मौजूदा पीढ़ी के खिलाड़ियों को चेन्नई के हॉकी प्रेमी दर्शकों के बीच खेलने का मौका मिलेगा।
भारत और पाकिस्तान के बीच टूर्नामेंट का बहुचर्चित मुकाबला नौ अगस्त को होना है। रेहान ने कहा, ‘मैंने सुना है कि भारत-पाकिस्तान मैच के सारे टिकट बिक गए हैं। इस मैच का जबर्दस्त क्रेज है और मुझे लगता है कि भारत-पाकिस्तान हॉकी की इस लोकप्रियता को भुनाने के लिए द्विपक्षीय हॉकी फिर शुरू होनी चाहिए। प्रायोजकों, प्रसारकों और खिलाड़ियों सभी को इससे फायदा होगा।’ 
जर्मनी में चैम्पियंस ट्रॉफी 2002 में आखिरी मिनटों में दो गोल करके पाकिस्तानी टीम को भारत पर चमत्कारिक जीत दिलाने वाले बट ने कहा, ‘ मैंने दुनिया भर में हॉकी खेली है लेकिन जो मजा भारत में खेलने में आता था, वह और कहीं नहीं। ऐसा लगता था मानो हम पाकिस्तान में ही खेल रहे हैं। यहां हमें हमेशा बहुत प्यार मिला और अच्छे दोस्त भी बने।’
आखिरी बार चेन्नई में 2007 एशिया कप में खेलने वाले इस स्टार फॉरवर्ड ने भारत के खिलाफ मैच के दबाव के बारे में कहा, ‘ चूंकि हमारी टीम युवा है और भारत दुनिया की चौथे नंबर की टीम है तो खिलाड़ियों पर दबाव तो रहेगा ही। लेकिन भारत पर अपनी धरती पर खेलने का दबाव रहेगा। अगर हमारी टीम भारत के खिलाफ अच्छा खेलती है तो उसका आत्मविश्वास बढेगा।’ हमारे युवा खिलाड़ियों में काफी संभावना है और एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में खेलकर उन्हें अच्छा अनुभव मिलेगा। हम एशियाई खेलों के जरिये ही ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करना चाहते हैं। इसी के लिए पाकिस्तानी हॉकी का बुनियादी ढांचा भारत की तरह मजबूत बनाने पर काम कर रहे हैं। जूनियर खिलाड़ियों का सीनियर स्तर खेलने का माध्यम बनेगा यह टूर्नामेंट।’
पाकिस्तान के ज्यादातर खिलाड़ी पहली बार भारत का करेंगे सामना
पाकिस्तान ने प्रतियोगिता में युवा टीम भेजी है जिसमें अधिकांश खिलाड़ी जूनियर एशिया कप टीम के हैं और मकसद एशियाई खेलों के लिए सही संयोजन तलाशना है। रेहान ने कहा ,‘पिछले दो ओलंपिक के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाने के बाद हमने इस बार दीर्घकालीन रणनीति बनाई है। टीम में कप्तान उमर भुट्टा और राणा वाहिद ही अनुभवी खिलाड़ी हैं और करीब 70 प्रतिशत खिलाड़ी तो सीनियर स्तर पर भारत का सामना पहली बार ही करेंगे।’

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