शटलर पीवी सिंधु का सबसे खराब दौर
इस साल 13 टूर्नामेंट खेले, 7 में पहले राउंड से बाहर
जापान ओपन में महज 32 मिनट में हारीं
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। दो ओलम्पिक पदक विजेता शटलर पीवी सिंधु इस समय सबसे खराब दौर से गुजर रही हैं। इस साल उन्होंने 13 टूर्नामेंट खेले जिसमें सात में तो वह पहले दौर में ही पराजित हो गईं। यह अनुभवी भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बुधवार को जापान ओपन के पहले राउंड में ही हारकर बाहर हो गई।
इसके उलट युवा लक्ष्य सेन ने इस सुपर 750 टूर्नामेंट के तीसरे राउंड में प्रवेश कर लिया वहीं, पिछले हफ्ते कोरिया ओपन जीतने वाली सात्विकसाईराज रैंकीरेड्डी-चिराग शेट्टी की जोड़ी ने भी दूसरे राउंड में जगह बनाई। पीवी सिंधु को चीन की झेंग यी मिन ने लगातार गेम में 21-12, 21-13 से हराया। सिंधु सिर्फ 32 मिनट में हार गईं। वे इस साल बीडब्ल्यू वर्ल्ड टूर इवेंट का 13वां टूर्नामेंट खेलने उतरी थीं। यह साल का सातवां टूर्नामेंट है, जिसमें वे पहले राउंड से आगे नहीं बढ़ सकीं। यह सिंधु और झेंग के बीच पांचवां मुकाबला था, जिसमें झेंग को तीसरी बार जीत मिली। 2019 की वर्ल्ड चैम्पियन सिंधु के लिए यह साल अच्छा नहीं रहा है। उन्होंने चोट से रिहैब करने के बाद वापसी की थी, लेकिन खराब फॉर्म से जूझ रही हैं। वे वर्ल्ड रैंकिंग में 17वें नंबर पर फिसल गई हैं।
पुरुष सिंगल्स में लक्ष्य सेन ने क्वार्टर फाइनल में एंट्री कर ली है। उन्होंने राउंड ऑफ 16 में जापान के केंता सुनेयामा को 21-14, 21-16 से हराया। पहले राउंड में उन्होंने हमवतन प्रियांशु राजावत को 21-15, 12-21, 24-22 से हराया था। कनाडा ओपन जीतने के बाद लक्ष्य कोरिया ओपन से हट गए थे। फिर उन्होंने इस टूर्नामेंट से वापसी की। लक्ष्य ने 65 मिनट में जीत हासिल की। पुरुष सिंगल्स में गुरुवार को ही एचएस प्रणय का सामना किदाम्बी श्रीकांत से होगा।
सात्विक-चिराग की जोड़ी ने इंडोनेशिया के लियो रॉली केरनेंडो-डेनियल मार्थिन को तीन गेम में हराया। भारतीय जोड़ी 21-16, 11-21, 21-13 से जीत गई। उन्होंने 56 मिनट में जीत हासिल कर ली। यह सात्विक-चिराग की लगातार 11वीं जीत है। अब भारतीय जोड़ी का सामना डेनमार्क के जेपे बे-लेसे मोल्हेड की जोड़ी से होगा।
तृषा-गायत्री की जोड़ी हारकर बाहर
गुरुवार को विमेंस डबल्स में गायत्री गोपीचंद और तृषा जोली की जोड़ी को जापानी जोड़ी से हार का सामना करना पड़ा। एन मात्सुयामा और सी शिडा की जोड़ी ने दोनों को 23-21, 21-19 के अंतर से हराया। उनसे पहले भारत के मिथुन मंजूनाथ और मालविका बंसोड अपने-अपने मुकाबले हारकर बाहर हो गए।