विश्व कप फुटबॉल में जमैका को पहली बार मिला अंक

महिला विश्व कप में फ्रांस को गोलरहित ड्रॉ पर रोका
सिडनी।
दुनिया की 43वीं रैंकिंग की टीम जमैका ने शानदार प्रदर्शन करते हुए रविवार को महिला फुटबॉल विश्व कप के ग्रुप-एफ के मुकाबले में विश्व की पांचवें नंबर की टीम फ्रांस को गोलरहित ड्रॉ पर रोक दिया। पिछले साल यूरोपियन चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल तक का सफर करने वाली फ्रांस की टीम की खिलाड़ी एक-दूसरे को अच्छे से पास नहीं दे पाईं जिसके कारण उन्हें गोल करने में परेशानी हुई।
जमैका की टीम को इस टूर्नामेंट में पहली बार कोई अंक मिला है। जमैका ने विश्व कप में 2019 में पदार्पण किया था और तब उसे तीन मैचों में शिकस्त मिली थी। वह अपने ग्रुप में एक अंक लेकर दूसरे स्थान पर है जबकि फ्रांस शीर्ष पर है। जमैका की टीम को 42वें मिनट में गोल करने का मौका मिला, लेकिन वे फायदा नहीं उठा पाईं। 
स्टेफनी के गोल से नीदरलैंड्स की जीत
स्टेफनी वान डर ग्राट के गोल की मदद से नीदरलैंड्स ने महिला फुटबॉल विश्व कप में पुर्तगाल को 1-0 से हरा दिया। स्टेफनी ने 13वें मिनट में हेडर से गोल किया। इस 30 साल की खिलाड़ी का यह टूर्नामेंट का सबसे तेज गोल भी था। स्टेफनी की योजना विश्व कप के बाद संन्यास लेने की है। ग्रुप-ई में अब नीदरलैंड्स का सामना बृहस्पतिवार को वेलिंगटन में अमेरिका से होगा। पुर्तगाल की टीम वियतनाम से भिड़ेगी। 
अमांडा के गोल से स्वीडन को मिली जीत
अमांडा इलेस्टेड के 89वें मिनट में दागे गए गोल की मदद से स्वीडन ने रविवार को महिला फुटबॉल विश्व कप के ग्रुप-जी के मैच में दक्षिण अफ्रीका पर 2-1 से जीत हासिल की। इससे दक्षिण अफ्रीका की टूर्नामेंट में पहला बड़ा उलटफेर करने की उम्मीदों पर पानी फिर गया।
दक्षिण अफ्रीका ने हिल्दाह मिगाला के 48वें मिनट में गोल से बढ़त बनाई थी जिससे स्वीडन की टीम दबाव में आ गई थी, लेकिन स्वीडन ने 64वें मिनट में फ्राइडोलिना रोल्फो के गोल से 1-1 से बराबरी की। मैच खत्म होने में महज एक मिनट का समय बचा था और फिर अमांडा ने कॉर्नर पर हेडर से गोल कर स्वीडन की जीत पक्की कर दी। 

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