खिताबी सूखे को खत्म करना चाहेंगे सिंधू और श्रीकांत
आज से शुरू होगा कोरिया ओपन
लक्ष्य और प्रणय के पास सत्र में दूसरा खिताब जीतने का मौका
खेलपथ संवाद
यिओसु (कोरिया)। भारत के अनुभवी बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू और किदांबी श्रीकांत मंगलवार को जब यहां कोरिया ओपन सुपर 500 टूर्नामेंट में अपना अभियान शुरू करेंगे तो वे अपने प्रदर्शन में निरंतरता लाने के साथ सत्र का पहला खिताब जीतना चाहेंगे। मौजूदा सत्र में छह महीने से ज्यादा निकल गए लेकिन इस दौरान सिंधू कोई खिताब नहीं जीत पाई। वह टखने में स्ट्रेस फ्रैक्चर के कारण पांच महीने तक खेल से दूर रहीं। वापसी के बाद उनके खेल में पहले जैसा पैनापन नहीं दिखा।
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता मैड्रिड स्पेन मास्टर्स के फाइनल में पहुंची थी, जो इस सत्र में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। वह इसके बाद कनाडा ओपन के सेमीफाइनल में पहुंची लेकिन इसके बाद अमेरिका ओपन में क्वार्टर फाइनल से आगे नहीं बढ़ सकीं। अमेरिका ओपन में वह चीन की गाओ फांग जी से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गईं। वह कोरिया ओपन में चीनी ताइपे की पाई यू पो के खिलाफ अपना अभियान शुरू करेंगी। टूर्नामेंट शुरू होने से पहले सिंधू ने कहा- अमेरिकी ओपन की हार निराशाजनक रही लेकिन मैं अपनी भावनाओं को दुगने प्रयासों में तब्दील कर दूंगा। वर्ष के बाकी टूर्नामेंटों को यादगार बनाने में कसर नहीं रखूंगी।
दूसरे दौर में हो सकती है ओलंपिक चैंपियन से टक्कर
पहले दौर के मुकाबले को जीतने के बाद उनके सामने चीन की ओलंपिक चैंपियन चेन यू फेई की चुनौती हो सकती है। सिंधू के साथ उनके कोच मोहम्मद हाफिज हाशिम भी होंगे। ऑल इंग्लैंड के इस पूर्व चैंपियन की मौजूदगी में ओलंपिक क्वालिफिकेशन समय के दौरान उनसे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी। बैडमिंटन का ओलंपिक क्वालिफिकेशन समय अगले साल अप्रैल में खत्म होगा।
किदांबी की पहली टक्कर मोमोतो से
विश्व चैंपियनशिप (2021) के पूर्व कांस्य पदक विजेता श्रीकांत के प्रदर्शन में भी इस सत्र में निरंतरतता की कमी दिखी है। वह स्पेन मास्टर्स, मलयेशिया मास्टर्स और इंडोनेशिया मास्टर्स के क्वार्टर फाइनल में ही पहुंच सके। विश्व रैंकिंग के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी श्रीकांत इंडोनेशिया के अपने कोच विएम्पी महार्डी की देखरेख में अभ्यास कर रहे हैं। वह अपने अभियान की शुरुआत जापान के दिग्गज केंटो मोमोतो के खिलाफ करेंगे।
सिंधू और श्रीकांत जहां सत्र में खिताबी सूखा खत्म करना चाहेंगे तो वहीं लक्ष्य सेन और एच एस प्रणय की नजरें सत्र के दूसरे खिताब पर होगी। लक्ष्य ने कनाडा जबकि प्रणय ने मलयेशिया में खिताब जीता है और दोनों अपनी लय को जारी रखना चाहेंगे। अमेरिकी ओपन में सेमीफाइनल में पहुंचे सेन डेनमार्क के पूर्व विश्व नंबर दो एंडर्स एंटोनसेन से भिड़ेंगे। पांचवीं वरीयता प्राप्त प्रणय साथी भारतीय समीर वर्मा से भिड़ेंगे।