उम्र की धोखाधड़ी में फंसी सोनीपत की मुक्केबाज अन्नू

यूथ मुक्केबाजी चैम्पियनशिप से किया गया बाहर
मलिहाबाद की महिला मुक्केबाज नूरआयशा खातून ने की थी शिकायत
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
खेलों में उम्र का धंधा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही यूथ मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के लिए उत्तर प्रदेश की टीम में स्थान बनाने वाली सोनीपत की मुक्केबाज अन्नू उम्र की धोखाधड़ी के मामले में फंस गई है। उसे उत्तर प्रदेश टीम से बाहर कर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
हरियाणा के सोनीपत की रहने वाली मुक्केबाज अन्नू को आधार कार्ड में नौ साल उम्र छोटी करके खेलना भारी पड़ा। अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लेकर उत्तर प्रदेश से खेलने लगी अन्नू को सात बार आधार कार्ड में अपडेट करने और उम्र में हेराफेरी करने के आरोपों के बाद गुरुवार से भोपाल में शुरू हुई यूथ मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में खेलने से प्रतिबंधित कर दिया गया। इससे न केवल अन्नू धोखाधड़ी में फंसी बल्कि उत्तर प्रदेश मुक्केबाजी संघ की भी फजीहत हो रही है।
अन्नू के मौजूदा कागजात के अनुसार उसने एक-दो बार नहीं सात बार आधार कार्ड में अपडेट कराया है। इसमें दो बार जन्मतिथि, तीन बार पता और दो बार नाम में परिवर्तन किया गया है। उत्तर प्रदेश के मलिहाबाद की रहने वाली महिला मुक्केबाज नूरआयशा खातून ने अन्नू के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि अन्नू मूल रूप से हरियाणा के सोनीपत की रहने वाली हैं, लेकिन उसने आधार कार्ड में संशोधन कराकर उत्तर प्रदेश के दादरी का पता अपडेट कराया। उसने उत्तर प्रदेश मुक्केबाजी संघ द्वारा 16 से 19 मई तक आयोजित हुई महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में भाग लिया। पहले आधार कार्ड में अन्नू की जन्मतिथि आठ सितम्बर 1996 और पता सोनीपत का है।
बाद में उसकी जन्मतिथि आठ सितम्बर 2005 हो गई है। उसने एक बार पता बागपत तो दूसरी बार गौतमबुद्ध नगर दर्ज कराया है। यही नहीं एक बार उसने नाम ही अन्नू से अनुरीत कर लिया। 1996 की जन्मतिथि के हिसाब से अन्नू यूथ मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में नहीं खेल सकती थी लेकिन 2005 की जन्मतिथि बनाकर उसने इसमें भाग लेने की अर्हता पा ली। इस यूथ चैम्पियनिशप में एक जनवरी 2005 से 31 दिसम्बर 2006 के बीच जन्मे मुक्केबाज ही भाग ले सकते हैं।
यूथ मुक्केबाजी चैम्पियनशिप से अन्नू को किया गया बाहर
उत्तर प्रदेश मुक्केबाजी संघ के पूर्व सचिव और भारतीय मुक्केबाजी संघ (बीएफआइ) के पूर्व उपाध्यक्ष अनिल मिश्र ने बताया कि 2018 में बीएफआई की वार्षिक आम बैठक के दौरान एक राज्य के खिलाड़ी के दूसरे राज्य से खेलने पर प्रतिबंध लगाने के नियम को पारित किया गया था। अन्नू का चयन यूथ चैम्पियनशिप के लिए उत्तर प्रदेश की टीम में हुआ था, लेकिन यह मामला सामने आने के बाद उसे टीम से निकाल दिया गया है। इसमें राज्य संघ की भूमिका भी संदिग्ध है।
वहीं उत्तर प्रदेश मुक्केबाजी संघ के सचिव प्रमोद कुमार ने कहा कि मामला सामने आने के बाद हमने ही बीएफआई को इसकी जानकारी दी। बीएफआई ने विस्तार से इसकी जांच की जिसमें अन्नू नाम की मुक्केबाज की दो जन्मतिथि होने की बात सामने आई है। हमने उसे उत्तर प्रदेश की टीम से निलम्बित कर दिया है। हरियाणा की खिलाड़ी को उत्तर प्रदेश की टीम में शामिल करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि एनओसी के आधार पर हम ऐसा करते आए हैं।
अन्नू भी हरियाणा से एनओसी लेकर आई थी और उसने जो दस्तावेज हमें सौंपे थे वो हमें सही लगे। जन्मतिथि में जो हेरफेर किया गया, उसके बारे में हमें पहले पता नहीं चला। जन्मतिथि कम कराकर खेलना बिल्कुल गलत है। अब हम सभी खिलाड़ियों का पंजीकरण करेंगे और उनके रिकॉर्ड रखेंगे।
कारण बताओ नोटिस जारी किया
उत्तर प्रदेश मुक्केबाजी संघ ने अन्नू को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। संघ ने उससे 15 दिनों के भीतर इस मामले में स्पष्टीकरण देने को कहा है। महासचिव प्रमोद ने नोटिस में कहा कि अन्नू वास्तविक जन्मतिथि प्रमाण पत्र तथा अन्य दस्तावेज प्रदेश इकाई के समक्ष प्रस्तुत करे और ऐसा नहीं करने पर उनके विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जाएगी।

 

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