नेपाल पर जीत से भारत को मिलेगा सेमीफाइनल का टिकट

भारतीय कोच इगोर स्टिमैक पर एक मैच का बैन
खेलपथ संवाद
बेंगलुरु।
पाकिस्तान को 4-0 की करारी शिकस्त देकर सैफ चैंपियनशिप फुटबॉल में शानदार शुरुआत करने वाली भारतीय टीम शनिवार को जब नेपाल के खिलाफ मैदान में उतरेगी तो उसकी नजरें जीत के साथ सेमीफाइनल का टिकट पक्का करने पर होगी। कागजों पर भारतीय टीम नेपाल से मजबूत नजर आती है। भारतीय टीम ने पहले मैच में पाकिस्तान को 4-0 से हराया था।
इस टूर्नामेंट में अब तक दोनों टीमों के बीच नौ मैचों खेले गए हैं। इनमें से भारत ने छह, जबकि नेपाल ने दो मैच जीते हैं। इंटरकॉन्टिनेंटल कप के फाइनल में लेबनान पर 2-0 की जीत के साथ पहुंची भारतीय टीम के लिए कप्तान सुनील छेत्री का लय में होना शानदार है। ईशान पंडित चोट के कारण टीम के साथ नहीं है और अग्रिम पंक्ति की इस खिलाड़ी की गैरमौजूदगी को छेत्री ने महसूस नहीं होने दिया है।
नेपाल अपने शुरुआती मैच में कुवैत से 1-3 से हार गया था और उसे टूर्नामेंट में बने रहने के लिए भारत के खिलाफ सकारात्मक परिणाम की जरूरत होगी। भारतीय टीम को नेपाल के मिडफील्डर रोहित चंद और अग्रिम पंक्ति के खिलाफ अंजन बिस्टा से सतर्क रहना होगा। चंद इंडोनेशिया में क्लब स्तर का फुटबॉल खेलते हैं।
नेपाल के कोच विनसेंजा अल्बर्ट एनेसी भारतीय फुटबॉल से परिचित हैं क्योंकि उन्होंने आई-लीग विजेता टीम गोकुलम केरला एफसी के प्रबंधक के रूप में काम किया है। भारतीय खेमा नेपाल की ताकत से परिचित है और सहायक कोच गवली ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच के बाद कहा था, वे (नेपाल) एक अच्छी टीम है और उन्होंने कुवैत के खिलाफ बहुत अच्छा खेल खेला। यह हमारे लिए बहुत कठिन मैच होगा। ग्रुप के एक अन्य मुकाबले में पाकिस्तान का सामना कुवैत से होगा।
एक मैच के प्रतिबंध के कारण कोच स्टिमैक की नहीं मिलेगी सेवा
भारत को मुख्य कोच इगोर स्टिमैक की सेवाएं नहीं मिलेंगी। पाकिस्तान पर भारत की 4-0 की जीत के दौरान उन्हें रेड कार्ड दिखाया गया था। ऐसे में सहायक कोच महेश गवली डग आउट में टीम की कमान संभालेंगे। स्टिमैक पर एक मैच का प्रतिबंध लगाया गया है।
अनुभवी कोच और 1998 विश्व कप में कांस्य पदक जीतने वाली क्रोएशिया टीम के सदस्य रहे स्टिमैक ने थ्रो इन करने जा रहे पाकिस्तानी खिलाड़ी से गेंद लेने का प्रयास किया था। इस पर नोकझोक की स्थिति पैदा हो गई थी और रेफरी प्रजवाल छेत्री और अन्य अधिकारियों को हस्तक्षेप करना पड़ा था। दक्षिण एशियाई फुटबॉल फेडरेशन (सैफ) के महासचिव अनवरुल हक ने कहा कि स्टिमेच का अपराध इतना गंभीर नहीं था जिस पर एक से अधिक मैचों का प्रतिबंध लगाया जाता। इसलिए मामले को अनुशासन समिति के पास भी नहीं भेजा गया है।

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