लम्बे अर्से बाद सोनीपत के बहालगढ़ में लौटी रौनक

अखाड़े में पहुंचे शीर्ष पहलवान
खेलपथ संवाद
सोनीपत।
भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों के मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन करने वाले पहलवानों ने अब प्रतियोगिताओं की तैयारी के लिए नयी शुरुआत की है। पहलवानों ने एशियाई खेलों के ट्रायल की तैयारियों के लिए सोनीपत के बहालगढ़ स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण में अभ्यास शुरू कर दिया है। 
शीर्ष पहलवानों के खेल मैदान में लौट आने के बाद एक बार फिर साई केंद्र का माहौल खुशनुमा हो गया है। विरोध प्रदर्शनों से किसी न किसी तरह से प्रभावित अभ्यासरत अन्य पहलवानों ने भी राहत की सांस ली है। भारतीय कुश्ती जगत के लिए इसे एक अच्छा संकेत माना जा रहा है। बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की अगुवाई कर रही विनेश फोगाट भी साई केंद्र, सोनीपत में नजर आ रही हैं। वहीं बजरंग पूनिया और उनकी पत्नी संगीता फोगाट भी अभ्यास के लिए पहुंच रहे हैं। इतना ही नहीं संगीता की बहन गीता फोगाट अपने पति पवन सरोहा के साथ करीब डेढ़ साल बाद एक बार फिर कुश्ती के मैट पर नजर आईं। 
साई से जुड़े एक कोच ने बताया कि डेढ़ महीने से भी अधिक समय से कुश्ती के मैट से दूर रहने वाले पहलवान शुरुआत में ज्यादा समय जिम में बिता रहे हैं। उनका मानना है कि लंबे समय से मैदान से दूर रहे पहलवानों को लय में आने में थोड़ा समय लग सकता है। कोच ने नाम ने छापने की शर्त पर बताया कि शीर्ष पहलवानों के मैदान में लौट आने के बाद बाकी पहलवान भी सामान्य हो गए हैं। सकारात्मक माहौल का असर सभी पहलवानों के खेल प्रदर्शन पर पड़ना लाजिमी है, जिससे अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारतीय पहलवान अधिक पदक जीत सकेंगे।
ओलम्पिक परिषद से मांगा 10 अगस्त तक का समय
विरोध प्रदर्शनों में शामिल पहलवानों ने खेल मंत्रालय से शारीरिक फिटनेस हासिल करने का हवाला देते हुए एशियाई खेलों के ट्रायल को अगस्त में कराने का अनुरोध किया था। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने सभी खेल संघों से 30 जून तक खिलाड़ियों की सूची मांग रखी है। पहले से तय समय सीमा के अनुसार आईओए ने एशियाई खेलों में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों के नाम 15 जुलाई तक एशिया ओलंपिक परिषद (ओसीए) को भेजने होंगे। पहलवानों के आग्रह को देखते हुए आईओए ने कुश्ती के लिए ओसीए से संपर्क कर 10 अगस्त तक का समय मांगा है।

 

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