बॉक्सिंग कोच की करतूत से कानपुर शर्मसार

कोच को खेल सेंटर से हटाया, जांच को बनी तीन सदस्यीय कमेटी
खेलपथ संवाद
कानपुर।
यौन शोषण के मामलों की गिरफ्त में फंसे भारतीय कुश्ती संघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि बॉक्सिंग कोच की करतूत से कानपुर शर्मसार हो गया। नाबालिग प्रशिक्षु के साथ कोच की हरकतें उजागर होने के बाद जहां ग्वाल टोली थाने में प्रकरण दर्ज हो गया है वहीं जांच के लिए एक तीन सदस्यीय समिति भी बना दी गई है जोकि एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट देगी।
कानपुर में स्मार्ट सिटी के तहत बनाए गए खेल सेंटर में तैनात कोच पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था। इसी के तहत शनिवार को कोच को जांच पूरी होने तक खेल सेंटर से हटा दिया गया है। साथ ही कानपुर बॉक्सिंग एसोसिएशन ने तीन सदस्यीय टीम को अपनी तरफ से जांच के लिए गठित किया है जोकि रिपोर्ट एक सप्ताह के बाद देगी। परमट क्षेत्र निवासी खिलाड़ी खेल केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त करती है। उसका कहना है कि कोच बीते छह माह से उस पर दबाव बना रहा है। साथ ही खेल सिखाने के बहाने गलत तरीके से शरीर को छूता भी है। विरोध पर खेल सेंटर से निकलवाने और कॅरिअर बर्बाद करने की धमकी दी थी।
छात्रा ने जब इस शोषण का विरोध किया तो कोच ने कॅरिअर खत्म करने की धमकी दी। विरोध करने पर देख लेने की धमकी दी थी। सीपी को भेजे पत्र में छात्रा ने आरोप लगाया कि कोच दबाव बनाकर गलत काम करना चाह रहे हैं। लगातार फोन पर अश्लीलता करते हैं, जिसकी उसके पास कॉल डिटेल भी है। छात्रा ने बताया कि लगातार कोच की धमकी से वह डरी हुई है। इसी तरह से वह कई अन्य छात्राओं के साथ भी कर चुके हैं। किसी भी तरह का विरोध करने पर करियर खराब करने की धमकी देते रहते हैं।
पीड़िता ने इसकी शिकायत एक दिन पहले संबंधित खेल सेंटर के अधिकारियों से लेकर पुलिस, डीएम आदि को दी थी। इसी को लेकर शनिवार को कमिश्नर लोकेश एम. ने जांच निष्पक्ष रूप से हो, इसके लिए खेल सेंटर के डायरेक्टर पी.के. श्रीवास्तव से कहकर कोच को हटवा दिया है। साथ ही पूरे मामले की जांच के निर्देश भी दिए हैं। कानपुर बॉक्सिंग एसोसिएशन ने इस मामले को लेकर गोविंदनगर स्थित डीबीएस कॉलेज में एक बैठक शाम को की। इसमें सचिव संजीव दीक्षित ने बताया कि पूरे प्रकारण की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम बनाई गई है। यह कमेटी एक सप्ताह में जांच कर पूरी रिपोर्ट सौंपेगी।
इसमें एसोसिएशन की संयुक्त सचिव व नेशनल खिलाड़ी आरती शर्मा, एसोसिएशन की कार्यकारिणी सदस्य स्वाति बाजपेई और एसोसिएशन के उपाध्यक्ष व जांच कमेटी के चेयरमैन मुकेश झा को जिम्मेदारी दी है। यदि कोच दोषी मिला, तो उस पर बैन लगेगा वहीं, यदि लड़की दोषी होती है, तो दो साल का बैन लगाया जाएगा।
जांच में किसी प्रकार की रुकावट न आए और निष्पक्ष हो, इसके लिए कोच को खेल सेंटर से हटा दिया गया है। जांच पूरी होने के बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी।  
-लोकेश एम, कमिश्नर कानपुर नगर

 

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