इकाना स्टेडियम परिसर में लगा यूनीपोल गिरा
मां-बेटी की मौत, कार चालक घायल
इकाना प्रशासन पर एफआईआर, मामूली धाराएं लगाईं
खेलपथ संवाद
लखनऊ। सोमवार को राजधानी लखनऊ स्थित इकाना स्टेडियम परिसर में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब वहां लगा यूनीपोल गिरने से मां-बेटी की मौत हो गई। इकाना इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम परिसर में लगा हजार टन वजनी यूनीपोल सोमवार शाम आई तेज आंधी के कारण शहीद पथ और इकाना स्टेडियम के बीच वाली सर्विस लेन पर गिर गया। इसकी चपेट में एक वाहन आ गया, जिसमें सवार तीन में से दो की दबने से मौत हो गई।
चालक गंभीर रूप से घायल है, घायलों में एक राहगीर भी है। घायल चालक सरफराज के भाई मोबीन की तहरीर पर इकाना प्रशासन के खिलाफ लापरवाही समेत अन्य धाराओं में सुशांत गोल्फ सिटी थाने में देर रात मुकदमा दर्ज कर लिया गया। जिला प्रशासन ने मृतकों के परिवार को चार-चार लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
इस घटना में इंदिरा नगर सी-ब्लाक की 38 वर्षीय प्रीती जग्गी और बेटी 13 वर्षीय एंजल की मौत हो गई। खुर्रमनगर निवासी चालक सरताज घायल है। इनके साथ घायलों में एक राहगीर भी है, जिसको केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक शाम पांच बजे के करीब तेज आंधी के साथ ही यूनीपोल हिलने लगा। वह अचानक झुकने लगा और लोहे का भारी भरकम ढांचा स्कार्पियो (यूपी 78- सीआर 2613) पर गिर पड़ा।
स्कार्पियों पर इतना अधिक वजनी ढांचा गिरा था कि किसी को निकाल पाना संभव नहीं था। पुलिस और बचाव राहत टीम ने जेसीबी की मदद से लोहे के ढांचे को हटाया और कार में दबे लोगों को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया। वाहन से मिले मोबाइल फोन व अन्य कागजात से दबे लोगों की पहचान की गई। मौके पर आए मोहित ने मृतका की पहचान अपनी बहन और भांजी के रूप में की है।
इस मामले में इकाना स्टेडियम प्रबंधन और यूनीपोल लगाने वाली एजेंसी ओरिजिन्स जांच के घेरे में आ गई हैं। यूनीपोल कई साल से लगा है, जिस पर प्रचार हो रहा था। स्ट्रक्चरल इंजीनियर (ढांचा मजबूती के लिए) रिपोर्ट नहीं लगने के कारण इस वर्ष नगर निगम में अनुज्ञा शुल्क जमा नहीं हुआ था। पिछले साल भी यह रिपोर्ट नहीं दी गई थी।
उपेन्द्र कुमार अग्रवाल, संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था का कहना है कि यूनीपोल गिरने से कार सवार मां-बेटी की मौत हुई है, जबकि चालक और एक राहगीर घायल हुआ है। घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। अभी इस मामले में मृतक के परिवारीजन ने कोई तहरीर नहीं दी है। सुशांत गोल्फ सिटी थाने की पुलिस और नगर निगम जांच कर रही है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।
इकाना स्टेडियम के परिसर में लगी होर्डिंग (यूनिपोल) सोमवार शाम एक स्कॉर्पियो के ऊपर ढह गई। हादसे में स्कॉर्पियो सवार मां-बेटी समेत तीनों लोग मलबे में दब गए। पुलिस, दमकलकर्मी और एसडीआरएफ के जवानों ने रेस्क्यू कर सभी को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने मां-बेटी को मृत घोषित कर दिया। एसयूवी चला रहे शख्स को गंभीर चोटें आई हैं। लोहिया अस्पताल में उसका इलाज जारी है।
इंदिरानगर सी ब्लॉक निवासी प्रीति जग्गी (38) सोमवार शाम को अपनी बेटी एंजेल (15) को लेकर स्कॉर्पियो से घूमने निकली थीं। एसयूवी खुर्रमनगर निवासी सरताज खान चला रहे थे। घूमते फिरते वह इकाना स्टेडियम के पास से गुजर रहे थे। तभी स्टेडियम परिसर के भीतर गेट नंबर एक व दो के बीच में लगी होर्डिंग एसयूवी पर गिर गई। तीनों लोग मलबे में दब गए। हादसा देख राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी। कुछ ही देर में पुलिस, दमकल की टीम और फिर एसडीआरएफ के जवान मौके पर पहुंचे। करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद एक एक कर तीनों को बाहर निकाला। पुलिस ने तीनों को लोहिया अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने बताया कि प्रीति व एंजेल की पहले ही मौत हो चुकी है। सरताज के सिर व शरीर में तीन चार जगह गहरी चोटें आई हैं।
होर्डिंग बहुत बड़ी थी। लोहे के बड़े बड़े एंगल पर वह टिकी थी। जिस वक्त हादसा हुआ उस दौरान हल्की हवाएं चल रही थीं। इसलिए पुलिस प्रशासन के अफसर भी हैरान है कि न तेज आंधी तूफान आया न कोई ऐसा कार्य वहां चल रहा था, जिससे होर्डिंग गिर जाए। बड़ी लापरवाही की आशंका है। जब जांच होगी तब सभी तथ्य सामने आ सकेंगे।
प्रीति का था व्रत, जूस पीने व बेटी को घुमाने को निकली थीं
प्रीति व उसके पति दीपक का आठ साल पहले तलाक हो चुका है। तब से वह अपने मायके में मां और भाई के साथ ही रहती थीं। प्रीति के पिता का निधन हो चुका है। वह सॉफ्टेवेयर डेवलपर थीं। बेटी एंजेल गुरुकुल एकेडमी में 8वीं कक्षा में पढ़ती थी। प्रीति के भाई मोहित जग्गी ने बताया कि बहन का आज सोमवार का व्रत था। वह जूस पीने के लिए निकली थीं। उन्होंने इसी बहाने बेटी को बाहर घुमाने की बात कही थी लेकिन क्या पता था कि अब वह कभी वापस घर नहीं आएंगी।
फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल की जांच की
हादसे के बाद फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन की। सभी तथ्य जुटाए। प्रशासन के अफसर भी मौजूद रहे। एलडीए और नगर टीम के अफसराें ने अपने अपने स्तर से जांच पड़ताल शुरू की है कि आखिर हादसे के पीछे की वजह क्या है। इन विभागों की टीमें भी मौके पर पहुंची।
सूचना पर तत्काल पुलिस, दमकल और एसडीआरएफ की टीमें पहुंचीं। बहुत कम समय में रेस्क्यू पूरा किया गया। हादसे में दो की मौत हुई है। आगे की कार्रवाई जारी है।
- उपेंद्र अग्रवाल, ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर कानून-व्यवस्था
ओरिजिंस एडवरटाइजिंग कंपनी की होर्डिंग है। देखरेख की जिम्मेदारी उसी कंपनी की है।
- उदय सिन्हा, मैनेजिंग डायरेक्टर, इकाना स्पोर्ट्स सिटी
इकाना प्रशासन पर एफआईआर, मामूली धाराएं लगाईं
हादसे में देर रात घायल सरताज के भाई की तहरीर पर सुशांत गोल्फ सिटी थाने में इकाना प्रशासन पर एफआईआर दर्ज की गई। एडीसीपी साउथ शशांक सिंह के मुताबिक तहरीर के आधार पर धारा 304ए (लापरवाही से किसी की मौत हो जाना) व एक अन्य धारा 338(ऐसा काम करना जिससे मानव जीवन खतरे में पड़ जाए)। हालांकि गैर इरादतन हत्या की धारा न लगाकर केस कमज़ोर दर्ज किया गया है।