पहलवान वैश्विक स्तर पर करेंगे प्रदर्शन

दूसरे देशों के ओलम्पिक खिलाड़ी विरोध में होंगे शामिल
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
दिल्ली के जंतर मंतर में धरने पर बैठे भारतीय पहलवानों ने अपने प्रदर्शन को वैश्विक स्तर पर ले जाने का फैसला किया है। ये पहलवान अन्य देशों के लिए ओलंपिक में भाग लेने वाले एथलीटों से प्रदर्शन में शामिल होने और समर्थन करने की अपील करेंगे। पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों के साथ यौन शोषण करने के आरोप लगाए हैं। पहलवानों की मांग है कि 21 मई तक बृजभूषण को गिरफ्तार किया जाए। ऐसा नहीं होने पर 21 मई के बाद बड़ा फैसला लिया जाएगा। 
भारत के शीर्ष पहलवान ओलम्पिक पदक विजेता बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता विनेश फोगट की अगुआई में अन्य पहलवान पिछले 23 दिनों से दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सभी पहलवान बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। पहलवानों ने बृजभूषण सिंह पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने के आरोप लगाए हैं। आरोप लगाने वाली पहलवानों में एक नाबालिग भी है।
2018 जकार्ता एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता विनेश ने कहा, "हम इस विरोध को वैश्विक बना देंगे। हम अन्य देशों के ओलंपियन और ओलंपिक पदक विजेताओं से संपर्क करेंगे। हम उन्हें पत्र लिखकर उनका समर्थन मांगेंगे।" उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ तत्वों ने रविवार रात उनके विरोध प्रदर्शन को खराब करने की कोशिश की और यह भी कहा कि प्रदर्शन स्थल पर पहलवानों का पीछा किया जा रहा है। उन्होंने कहा "कुछ लोगों ने हमारे विरोध को बाधित करने की कोशिश की। पिछली बार ऐसा तब हुआ था जब हम विरोध स्थल पर अपना बिस्तर ला रहे थे। हमारा पीछा किया जा रहा है। लोग रिकॉर्डिंग करते हैं और फोटो क्लिक करते हैं ... और जब हम उन्हें (बंद करने के लिए) कहते हैं, तो वे नहीं सुनते। कुछ अज्ञात लोगों (महिलाओं) ने भी यहां सोने की कोशिश की। (पहलवानों द्वारा लगाए गए तम्बू के अंदर)"
विनेश ने कहा, "जिन महिलाओं को हम नहीं जानते, उन्हें रात में अंदर भेजा जा रहा है...ऐसे काम किए जा रहे हैं, जो हम नहीं चाहते कि प्रदर्शन स्थल पर हों...जो बदनामी लाते हैं और सच्चाई और न्याय के लिए हमारी लड़ाई को कलंकित करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पहलवान न केवल खुद को विरोध स्थल तक सीमित रखेंगे बल्कि देश के प्रत्येक नागरिक को उनकी दुर्दशा से अवगत कराने का भी प्रयास करेंगे। हमें जंतर-मंतर पर महसूस हो रहा है कि हमें प्रतिबंधित किया जा रहा है और एक कोने में धकेल दिया जा रहा है। इसलिए जितना अधिक हम अन्य स्थानों पर आंदोलन करेंगे और अन्य लोगों को भी बताएंगे, उतना ही बेहतर होगा। आज हमने कनॉट प्लेस जाने और वहां के लोगों से बात करने और न्याय के लिए हमारी लड़ाई में उनका समर्थन मांगने का फैसला किया है। हमने 21 मई की समय सीमा (बृजभूषण के खिलाफ कार्रवाई के लिए) निर्धारित की है। यदि कोई निर्णय नहीं लिया जाता है, तो हम उस तारीख के बाद हम अपने आंदोलन पर बड़ा फैसला लेंगे।" विनेश ने बृजभूषण के खिलाफ पहलवानों द्वारा शुरू की गई कानूनी प्रक्रियाओं पर कोई बात नहीं की। उन्होंने कहा, "वे (कानूनी प्रक्रियाएं) चल रही हैं। मैं अभी उन पर प्रकाश नहीं डालूंगी। एक बार जब कुछ ठोस होता है, तो हम आपको बताएंगे।"

 

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