विश्व मुक्केबाजी में भारत को मिले तीन पदक

दीपक-हुसामुद्दीन और निशांत ने जीते कांस्य
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
भारत के मोहम्मद हसामुद्दीन, दीपक भोरिया और निशांत देव को विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। मोहम्मद हसामुद्दीन घुटने की चोट से पीड़ित थे, जिसके कारण उनके प्रतिद्वंदी को सेमीफाइनल में वाकओवर दे दिया गया। जबकि, दीपक भोरिया को फ्लाईवेट (48-51 किग्रा) वर्ग के सेमीफाइनल में फ्रांस के बिलाल बेनामा से हार का सामना करना पड़ा वहीं, निशांत देव 71 किलोग्राम सेमीफाइनल में कजाकिस्तान के असलानबेक शिमबर्गेनोव से हार गए।
बता दें कि फ्लाइवेट सेमीफाइनल में दीपक और बेनामा के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। शुरुआती मिनट में दीपक ने कुछ मुक्के लगाए, लेकिन बेनामा ने इसके बाद एक शानदार अपरकट लगाया, जिसका जवाब तुरंत दीपक ने लेफ्ट हुक से दिया। अंत में फ्रांस के बेनामा ने 3-2 से पहला राउंड जीत लिया।
पहला राउंड हारने के बाद भी दीपक ने हार नहीं मानी। दूसरे राउंड में बेहतरीन वापसी करते हुए 3-2 से दूसरा राउंड अपने नाम किया। आखिरी राउंड में दीपक पर फ्रांस के खिलाड़ी हावी हो गए। उसने दीपक के जबड़े पर अपना एक शानदार कॉम्बो पंच लगाया। बाउट ब्रेकनेक के चलते जज ने 'बाउट रिव्यू' लिया, जहां बाउट ऑब्जर्वर ने बेनामा को विजेता घोषित किया।
घुटने की चोट के मुकाबले से हटे हसामुद्दीन 
वहीं, मोहम्मद हसामुद्दीन ने मुक्केबाजी विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक के साथ टुर्नामेंट का समापन किया। चोट के कारण क्यूबा के सैदेल होर्ता रोड्रिग्ज डेल-रे के खिलाफ 57 किग्रा सेमीफाइनल में भाग लेने से हट गए थे। बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने एक बयान में कहा, "आखिरी बाउट में उनके घुटने में चोट लगी थी जिसके बाद उन्हें दर्द और सूजन हो गई थी। मेडिकल टीम के निरीक्षण के बाद टीम प्रबंधन ने फैसला किया है कि वह भाग नहीं लेंगे।" क्वार्टर-फाइनल में क्यूबा के खिलाड़ी को नॉकआउट करने वाले निशांत देव 71 किलोग्राम के सेमीफाइनल में कजाकिस्तान के असलानबेक शिमबर्गेनोव से हार गए। उन्हें भी कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। असलानबेक शिमबर्गेनोव ने निशांक देव को 5-2 से हराया।

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