विश्व मुक्केबाजी कप में भारतीय बेटियों के बरसे स्वर्णिम पंच

भारतीय महिला मुक्केबाजों ने सात तो पुरुषों ने दो स्वर्ण जीते

खेलपथ संवाद

नई दिल्ली। विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल में भारतीय बेटियों के स्वर्णिम पंच से देश का गौरव बढ़ा है। निकहत जरीन, मीनाक्षी हुड्डा और प्रीति पवार समेत सात मुक्केबाजों ने स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। वहीं दूसरी तरफ भारत के दो पुरुष मुक्केबाजों ने भी स्वर्णिम सफलता हासिल कर हिन्दुस्तान का गौरव बढ़ाया है।

विश्व मुक्केबाजी कप के फाइनल में निकहत जरीन (51 किलोग्राम) ने चीनी ताइपे की मुक्केबाज जुआन यी गुओ को हराकर यह जीत दर्ज की। निकहत के अलावा मीनाक्षी हुड्डा (48 किलोग्राम), प्रीति पवार (54 किलोग्राम), अरुंधति (70 किलोग्राम), नूपुर श्योराण (80+ किलोग्राम), परवीन हुड्डा (60 किलोग्राम) और जेस्मिन (57 किलोग्राम) ने स्वर्ण पदक जीते।

ग्रेटर नोएडा के विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में खेले जा रहे विश्व मुक्केबाजी कप 2025 के फाइनल मुकाबलों में भारत की बेटियों ने तिरंगा लहराया। मीनाक्षी हुड्डा ने उज्बेकिस्तान की फोजिलोवा फारजोना को 5-0 से हराकर 48 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। जीत के बाद उन्होंने कहा, 'मैं बहुत खुश हूं। मैं अपने डिस्ट्रिक्ट कोच विजय हुड्डा को धन्यवाद कहूंगी, जिन्होंने मुझे सपोर्ट किया।'

इसके बाद प्रीति पवार (54 किलोग्राम) ने इटली की सिरीन चाराबी को 5-0 से हराकर भारत की झोली में एक और स्वर्ण डाल दिया। अरुंधति चौधरी (70 किलोग्राम) ने उज्बेकिस्तान की जोकिरोवा अजीजा को 5-0 से हराकर भारत को तीसरा स्वर्ण दिलाया। इसके बाद नूपुर (80+ किलोग्राम) ने उज्बेकिस्तान की सोटिम्बोएवा ओल्टिनोय को 5-0 से हराकर दिन का चौथा स्वर्ण जीता।

निकहत जरीन ने चीनी ताइपे की मुक्केबाज जुआन यी गुओ को हरा दिया। यह भारत का पांचवां स्वर्ण पदक था। जेस्मिन ने भी शानदार प्रदर्शन कर ओलम्पिक मेडलिस्ट वू शिह-यी को 4–1 से मात दी। वहीं, परवीन हुड्डा ने जापान की अयाका तगुची को 3–2 से हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया।

विश्व मुक्केबाजी कप में पुरुष भी पीछे नहीं रहे। सचिन सिवाच और हितेश गूलिया ने भी स्वर्ण पदक जीते। सचिन ने किर्गिस्तान के ओलम्पिक मेडलिस्ट मुनरबेक सईतबेक को 5–0 से मात देकर जोरदार प्रदर्शन किया वहीं, हितेश ने कजाखस्तान के नुर्बेक मुरसाल को 3–2 से हराते हुए स्वर्ण हासिल किया।

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