बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दो एफआईआर

दिल्ली पुलिस ने पाॅक्सो एक्ट में दर्ज किया मामला
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने कनॉट प्लेस थाने में दो एफआईआर दर्ज की हैं। पुलिस ने नाबालिग रेसलर से यौन शोषण के मामले में बृजभूषण पर पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है वहीं, अन्य छह महिला पहलवानों के आरोपों पर दूसरी एफआईआर दर्ज की गई है। दिल्ली पुलिस आरोपों की जांच करेगी। डीसीपी प्रणव तयाल ने इसकी पुष्टि की है।
शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान पुलिस ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष के खिलाफ केस दर्ज करने पर सहमति जताई थी। 21 अप्रैल को एक नाबालिग समेत सात महिला रेसलर्स ने बृजभूषण के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत की थी। केस न दर्ज होने पर रेसलर्स ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। 23 अप्रैल से बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक समेत कई दिग्गज रेसलर्स जंतर-मंतर पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं।
पहलवानों की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा- मैं कानून का पालन करूंगा, मैं पहले भी यह करता रहा हूं। मामला सुप्रीम कोर्ट के सामने है, मैं बच नहीं पाया हूं। मैं अपने आवास पर हूं। मामला सुप्रीम कोर्ट के सामने है। कोर्ट ने आज जो भी फैसला किया है, मैं उसका स्वागत करता हूं। मुझे सुप्रीम कोर्ट के फैसले और पुलिस की जांच प्रक्रिया पर भरोसा है। जांच में जहां भी मेरे सहयोग की जरूरत होगी, मैं सहयोग करूंगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में विनेश फोगाट ने कहा कि बृजभूषण सिंह को सभी पदों से हटाया जाना चाहिए। उन्हें सुप्रीम कोर्ट पर पूरा भरोसा है और वह अब तक हुई जांच से संतुष्ट हैं। देश का भविष्य अगर स्पोर्ट्स में बचाना है तो हमें एक साथ आना होगा। अगर वह कुश्ती संघ के अध्यक्ष बने रहे तो पद का दुरुपयोग कर सकते हैं। वहीं, बजरंग पूनिया ने कहा मुझे लगता है कि बृजभूषण पर तुरंत कार्रवाई करना चाहिए और तुरंत जेल भेजना चाहिए।
पहलवानों ने कहा कि आप स्पोर्ट्स को बचाने के लिए हमारे समर्थन में आइए। ये लड़ाई सिर्फ एफआईआर की नहीं है। एफआईआर पहले दिन ही हो जानी चाहिए थी। खेलों को ऐसे लोगों के चंगुल से बचाना होगा। साथ ही पहलवानों ने साफ कर दिया कि किसी कमेटी को वह कोई जवाब नहीं देंगे। पहलवानों ने साफ किया है कि जब तक बृजभूषण सिंह जेल में नहीं जाते हैं, तब तक धरना जारी रहेगा।
विनेश ने कहा कमेटी जो बनाई गई थी, उसके एक आर्टिकल में हमने पढ़ा था कि एक लड़की ने यौन शोषण की शिकायत की थी। अगर एक लड़की ने भी शिकायत की है तो उसके आधार पर एफआईआर दर्ज होनी चाहिए थी। हमें किसी कमेटी और किसी सदस्य पर भरोसा नहीं है। वहीं, साक्षी मलिक ने कहा कि उन्हें दिल्ली पुलिस पर भी भरोसा नहीं है। पहलवानों ने खेल मंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि अनुराग ठाकुर ने उनका फोन नहीं उठाया।
अनुराग ठाकुर बोले- सभी कदम उसी दिशा में हैं
केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस मामले पर कहा "पिछली बार भी मैंने (पहलवानों से) मुलाकात की। उनसे बात कर समिति का गठन किया गया। उस समिति के सामने सभी को पेश होने का अवसर दिया गया। समिति में महिलाओं को ज्यादा तादाद में रखा गया क्योंकि महिला के सामने वो खुलकर अपनी बात रख सकती हैं। हमने निष्पक्ष चुनाव के लिए आईओए को अधिकार दे दिया, जिसने कल अपनी एक समिति गठित कर दी। ये समिति वहां पर चयन प्रक्रिया, टूर्नामेंट आयोजन और आंतरिक शिकायत समिति का गठन करेगी। सभी कदम उसी दिशा में हैं।"
 फिल्म जगत से मिला साथ
पहलवानों को फिल्म जगत से भी समर्थन मिल रहा है। अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर ने कहा "इन्हें आज न्याय नहीं मिला तो देर हो जाएगी, मेडल जीतने पर इनके साथ फोटो खिंचवाने वाले आज कहां हैं? गृह मंत्री व खेल मंत्री से निवेदन है कि इनकी बात सुनें। मैं इस देश की बेटी और आप और मेरे घर में बैठे हर बेटी और बहन की तरफ से बात कर रही हूं। हमारे देश की वह बेटियां जिन्होंने इस देश को मान सम्मान, कई मेडल दिलवाए हैं। वह बेटियां जंतर-मंतर पर बैठी हुई हैं। ऐसे देश में जहां पर महिलाओं को देवियों का दर्जा दिया गया है। वे न्याय की भीख मांग रही हैं। क्या यह सही है? गृहमंत्री और खेल मंत्री गुहार सुनिए। जब आप उनके साथ नहीं खड़े होंगे तो इस फील्ड में ही नहीं बल्कि बाकी खेलों में भी बेटी बचाओ के नारे देने का क्या मतलब रह जाता है।"

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