क्वार्टर फाइनल में पहुंचीं मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन और साक्षी

विश्व महिला मुक्केबाजी में प्रीति को मिली हार
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
टोक्यो ओलम्पिक की पदक विजेता और दो बार विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत चुकीं लवलीना बोरगोहेन ने विश्व मुक्केबाजी के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। लवलीना पहली बार विश्व चैंपियनशिप में 75 भार वर्ग में खेल रही हैं। उन्होंने मैक्सिको की अल्वारेज फातिमा हरेरा को 5-0 से हराया। 52 भार वर्ग में साक्षी ने कजाखस्तान की झजीरा उराकबायेवा को 5-0 से पराजित कर अंतिम 8 में जगह बनाई, लेकिन 54 भार वर्ग में प्रीति को थाईलैंड की जितपांग जुतामास ने बेहद नजदीकी मुकाबले में 3-4 से हराया। उन्हें रिव्यू में हार मिली।
अगले मुकाबले में खेल सुधारेंगी लवलीना
लवलीना ने 69 भार वर्ग में बड़ी सफलताएं अर्जित की हैं, लेकिन ओलंपिक के लिए उन्होंने नए 75 भार वर्ग को अपनाया है। हरेरा की लंबाई लवलीना के मुकाबले काफी कम है। उन्होंने लवलीना को अपने मुक्कों से परेशान करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कई मौकों पर न सिर्फ शानदार बचाव किया बल्कि काउंटर पंच लगाकर अंक भी झटके। लवलीना ने कहा कि वह इतनी बड़ी चैंपियनशिप में पहली बार 75 भार वर्ग में खेल रही हैं। वह अगले मुुकाबलों में अपना खेल सुधारने की कोशिश करेंगी। उन्होंने कहा कि घरेलू समर्थन उनके हमेशा काम आया है और यहां भी वह समर्थन से प्रोत्साहित हुईं।
साक्षी को थी कड़े मुकाबले की उम्मीद
साक्षी को उम्मीद थी कि उनका एशियाई चैंपियनशिप में कांस्य जीतने वाली झजीरा के खिलाफ मुकाबला आसान नहीं होगा। उन्हें उम्मीद थी कि मुकाबले में जजों के स्कोर बंटे हुए हो सकते हैं, लेकिन साक्षी ने जिस तरह से मुक्के बरसाए जजों ने हर राउंड में उनके पक्ष में फैसला सुनाया। वह 5-0 से जीतीं। साक्षी ने कहा भी कि उन्हें कड़े मुकाबले की उम्मीद थी। इसी वजह से वह कोचेज के साथ मिलकर झजीरा के पिछले सात-आठ मुुकाबले देखकर आई थीं। उन्होंने उसी के अनुसार मुकाबले की रणनीति बनाई थी। इस जीत के उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। साक्षी क्वार्टर फाइनल में चीन की वू यू से भिड़ेंगी।
प्रीति को हराने वाली जितपांग बीते वर्ष फाइनल में निकहत से हारी थीं
जितपांग पिछली विश्व चैंपियनशिप में रजत जीतकर आई हैं। उन्हें 52 भार वर्ग के फाइनल में निकहत जरीन ने हराया था, लेकिन प्रीति ने उनके खिलाफ पहले दौर में जबरदस्त शुरुआत की। यह राउंड 4-1 से उनके पक्ष में गया, लेकिन दूसरे दौर की शुरुआत से ही जितपांग ने प्रीति के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया लिया। प्रीति ने वापसी की, लेकिन जजों ने यह दौर 2-3 से उनके खिलाफ दिया। तीसरे दौर में मुकाबला बराबरी का लग रहा था, लेकिन पांच जजों के अलावा पर्यवेक्षक और सुपरवाइजर के स्कोर जोडऩे के बाद 3-4 से फैसला उनके खिलाफ गया।

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