कुश्ती विवाद पर अकेले पड़ते दिख रहे बजरंग और विनेश

कई पहलवानों ने एशियन चैंपियनशिप के लिए दिया ट्रायल
रवि दहिया चोट लगने के चलते बेंगलूरू में करा रहे उपचार
खेलपथ संवाद
सोनीपत।
भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर गंभीर आरोप लगाने के मामले में शुरू हुई लड़ाई में अब ओलंपियन बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट अकेले पड़ते नजर आ रहे हैं। इस लड़ाई में अब तक साथ रहे कई पहलवानों ने प्रतियोगिताओं के बहिष्कार की बात कहने के बाद एशियन चैंपियनशिप के लिए ट्रायल देकर देश के लिए अपना चयन करा लिया है।
दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवान बजरंग पूनिया, रवि दहिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, अंशु मलिक, सरिता मोर, सोनम मलिक, दीपक पूनिया समेत कई अन्य पहलवानों ने जनवरी के अंतिम सप्ताह में धरना दिया था। पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष व सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए थे।
इसके अगले दिन पहलवानों की अपील पर कई राज्यों के पहलवान, कोच व खाप भी उनके समर्थन में धरने पर पहुंच गए थे। पहलवानों के विरोध के बाद केंद्रीय खेल मंत्रालय और भारतीय ओलंपिक संघ ने पहलवानों के आरोपों की जांच के लिए कमेटियों का गठन कर दिया था।
वहीं पहलवानों ने कहा था कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता वे किसी भी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता या ट्रायल में भाग नहीं लेंगे। पहलवानों ने क्रोएशिया के जगरेब व मिस्र के एलेक्जेंड्रिया में आयोजित दो रैंकिंग सीरीज में भाग नहीं लिया। अब 10 व 11 मार्च को एशियन चैंपियनशिप के लिए दिल्ली में ट्रायल में सिर्फ बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ही नहीं पहुंचे। अन्य पहलवानों ने ट्रायल दिया और वह टीम भारतीय दल में शामिल हो गए। दूसरों के लिए शुरू की गई लड़ाई में अब बजरंग पूनिया और विनेश अकेले पड़ते दिख रहे हैं।
20 मार्च के बाद फिर शुरू कर सकते हैं धरना विनेश फोगाट ने बताया कि उन्होंने किसी पहलवान को खेलने से मना नहीं किया था। उन्हें सरकार से न्याय की पूरी उम्मीद है। कमेटी के खेल मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपने के बारे में उन्होंने इसकी जानकारी नहीं होने की बात कही। उन्होंने कहा कि वह 20 मार्च तक मंत्रालय के फैसले का इंतजार करेंगे, अगर तब तक उनके साथ न्याय नहीं हुआ तो वह दोबारा जंतर-मंतर पर धरने पर बैठने से पीछे नहीं हटेंगे। साथ ही पुलिस को साक्ष्य देकर मुकदमा दर्ज कराएंगे।
एशियन चैंपियनशिप के ट्रायल में शामिल नहीं होने वाले रवि दहिया के भाई पंकज दहिया ने बताया कि रवि के घुटने में चोट लग गई थी। फिलहाल रवि बेंगलूरू में उपचार करा रहे हैं। चिकित्सक ने अभी कुश्ती लड़ने से मना किया है। रवि ने चोट लगने पर साई के अधिकारियों को ईमेल भेज कर सूचित कर दिया था। ग्रामीण पदम दहिया ने बताया कि रवि हर साल गांव में आयोजित मेले में आते थे। इस बार चोटिल होने के कारण मेले में भी नहीं आए।

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