भारत में 15 महीने बाद कोई टेस्ट मैच ड्रॉ

लगातार चौथी बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी टीम इंडिया के नाम
खेलपथ संवाद
अहमदाबाद।
भारत  और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज का चौथा मुकाबला ड्रॉ हो गया है। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 480 रन बनाए थे। जवाब में टीम इंडिया की पहली पारी 571 रन पर समाप्त हुई। ऑस्ट्रेलिया ने मैच खत्म होने तक दो विकेट पर 175 रन बना लिए थे। इसके बाद दोनों कप्तानों ने मैच को ड्रॉ करने का फैसला लिया।
भारत में 15 महीने बाद कोई टेस्ट ड्रॉ हुआ है। इससे पहले नवंबर 2021 में भारत-न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट ड्रॉ हुआ था। यह मैच कानपुर के ग्रीन पार्क में खेला गया था। इसके बाद से लेकर अब तक टीम इंडिया ने 12 टेस्ट खेले और सिर्फ एक मैच ड्रॉ हुआ है। इस दौरान आठ टेस्ट टीम इंडिया ने जीते और तीन में हार का सामना करना पड़ा। भारत ने 2-1 से यह टेस्ट सीरीज अपने नाम की। नागपुर में पहला टेस्ट टीम इंडिया ने पारी और 132 रन से और दूसरा टेस्ट छह विकेट से अपने नाम किया था। तीसरा टेस्ट ऑस्ट्रेलिया ने नौ विकेट अपने नाम किया था।
इन दोनों टेस्ट में जीत के साथ भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी भी अपने नाम कर ली थी। इस साल बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतने के साथ ही टीम इंडिया ने इतिहास भी रच दिया है। भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर लगातार चौथी बार कब्जा किया। करीब 26 साल से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी सीरीज खेली जा रही है, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी टीम ने लगातार चौथी बार इस ट्रॉफी पर कब्जा किया हो।
दिल्ली टेस्ट जीतते ही ऑस्ट्रेलिया पर भारत की बढ़त 2-0 की हो गई थी। उसी वक्त टीम के चार टेस्ट मैचों की टेस्ट सीरीज हारने की सारी संभावनाएं खत्म हो गई थीं। अगर सीरीज ड्रॉ भी रहती है तब भी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर भारत का कब्जा रहता। 1996 से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की शुरुआत हुई थी, तब से अब तक दोनों टीमों में से सिर्फ भारत ने ही लगातार चार बार इस पर कब्जा जमाकर रखा है। 1996 से पहले इसे भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज नाम से ही खेला जाता था।
भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज का इतिहास
अब तक भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 16 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज खेली गई हैं। इनमें से 11 बार टीम इंडिया ने इस ट्रॉफी पर कब्जा किया है। भारत ने 1996/97, 1997/98, 2000/01, 2003/04, 2008/09, 2010/11, 2012/13, 2016/17, 2018/19, 2020/21, 2022/23 में इस ट्रॉफी को अपने नाम किया है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने पांच बार यह ट्रॉफी जीती है। उसने 1999/00, 2004/05, 2007/08, 2011/12, 2014/15 में इस ट्रॉफी पर कब्जा किया। ओवरऑल दोनों टीमों के बीच कुल 28 टेस्ट सीरीज खेली गई हैं। इनमें से ऑस्ट्रेलिया ने 12 सीरीज जीती हैं, जबकि टीम इंडिया ने बार 11 सीरीज पर कब्जा किया है। पांच सीरीज ड्रॉ रही हैं। 
ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 480 रन बनाए थे। उस्मान ख्वाजा ने 180 रन की पारी खेली, जबकि कैमरन ग्रीन ने 114 रन बनाए थे। इन दोनों के अलावा ट्रेविस हेड ने 32 रन, मार्नस लाबुशेन तीन रन, कप्तान स्टीव स्मिथ 38 रन, पीटर हैंड्सकॉम्ब 17 रन, एलेक्स कैरी शून्य, मिचेल स्टार्क छह रन, नाथन लियोन 34 रन और टॉड मर्फी 41 रन बनाकर आउट हुए थे। भारत की ओर से अश्विन ने छह विकेट लिए थे। वहीं, शमी को दो, जडेजा और अक्षर को एक-एक विकेट मिला।
भारत ने पहली पारी में बनाए 571 रन
भारत ने पहली पारी में 571 रन बनाए थे और ऑस्ट्रेलिया पर 91 रन की बढ़त हासिल की थी। टीम इंडिया की ओर से शुभमन गिल ने 128 रन और विराट कोहली ने 186 रन की शानदार पारी खेली थी। वहीं, कप्तान रोहित शर्मा 35 रन, चेतेश्वर पुजारा 42 रन, रवींद्र जडेजा 28 रन, श्रीकर भरत 44 रन, अक्षर पटेल 79 रन, अश्विन सात रन बनाकर आउट हुए। उमेश यादव खाता भी नहीं खोल सके। श्रेयस अय्यर रिटायर्ड हर्ट होने की वजह से बल्लेबाजी के लिए मैदान में नहीं आ सके।
ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 175 रन बनाए
ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में दो विकेट पर 175 रन बनाए। मैथ्यू कुह्नेमैन छह रन बनाकर अश्विन की गेंद पर आउट हुए। इसके बाद ट्रेविस हेड 90 रन बनाकर अक्षर पटेल की गेंद पर क्लीन बोल्ड हुए। मार्नस लाबुशेन 63 रन और स्टीव स्मिथ 10 रन बनाकर नाबाद रहे। इसके बाद दोनों टीमों ने टेस्ट ड्रॉ करने पर सहमति जताई। न्यूजीलैंड के श्रीलंका को हराने के बाद भारत पहले ही वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल के लिए क्वालीफाई कर चुका है। ऐसे में यह टेस्ट मात्र औपचारिकता भर था। अब भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जून में ओवल में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेला जाएगा।

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