कंगारुओं ने भारत पर पिच से छेड़छाड़ का लगाया आरोप

नागपुर टेस्ट से पहले ही आस्ट्रेलियाई टीम पशोपेश में
खेलपथ संवाद
नागपुर।
भारत में जब भी टेस्‍ट सीरीज होती है तो मेजबान टीम पर अपने हिसाब से पिच तैयार करने का आरोप लगा है। भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच गुरुवार से बॉर्डर-गावस्‍कर ट्रॉफी की शुरुआत होना है और इससे पहले एक बार फिर पिच को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।
ऑस्‍ट्रेलिया के कुछ विशेषज्ञों ने भारत पर नागपुर की पिच के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया और साथ ही आईसीसी से हस्‍तक्षेप करने की मांग की है। बता दें कि नागपुर के वीसीए स्‍टेडियम की पिच के कुछ फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं। ऑस्‍ट्रेलिया के बल्‍लेबाज स्‍टीव स्मिथ ने पिच को करीब से देखने के बाद कहा कि विकेट बहुस सूखा हुआ है।
स्‍मिथ ने आगे कहा कि बाएं हाथ के स्पिनर्स को यहां ज्‍यादा मदद मिलने की उम्‍मीद है। वहीं ऑस्‍ट्रेलिया में कुछ पूर्व क्रिकेटर्स और विशेषज्ञों ने आईसीसी से हस्‍तक्षेप की मांग की है। फॉक्‍स क्रिकेट की रिपोर्ट के मुताबिक मैदान में मौजूद पत्रकारों ने दावा किया है कि नागपुर की पिच के केवल बीच के हिस्‍से में पानी डाला गया और रोलिंग की गई। वहीं बाएं हाथ के गेंदबाज जिस क्षेत्र में गेंदबाजी करेंगे, उसे सूखा छोड़ा हुआ है।
ऐसा कथित तौर पर विकेट के दोनों छोर पर किया गया है। भारत पर आरोप है कि यह उसका प्रयास है कि ऑस्‍ट्रेलिया के बाएं हाथ के बल्‍लेबाजों के सामने परेशानी खड़ी कर सकें। ऑस्‍ट्रेलिया के पास टॉप ऑर्डर में डेविड वॉर्नर, उस्‍मान ख्‍वाजा और ट्रेविस हेड जैसे बाएं हाथ के बल्‍लेबाज मौजूद हैं। ऑस्‍ट्रेलिया के एक क्रिकेट लेखक ने भारत की तैयारी को 'पिच डॉक्‍टरिंग' करार दिया।
रॉबर्ट क्रेडॉक ने एसईएन पर कहा, 'पिच के बारे में सबसे बढ़‍िया बात कही गई कि यह सभी के लिए समान है। जब गाबा की पिच पर काफी घास थी तो लोगों ने कहा कि यह अच्‍छी पिच नहीं है, लेकिन सभी समान थी। मगर आप नागपुर की पिच के बारे में ऐसा नहीं कह सकते। ऑस्‍ट्रेलिया के पास टॉप-8 में छह बाएं हाथ के बल्‍लेबाज हैं। तो अगर आप पिच के कई हिस्‍से को तैयार करेंगे, इसे सीधे पिच डॉक्‍टरिंग कहा जाएगा। मेरे अंदर के 90 प्रतिशत इस पर निराश होंगे, लेकिन 10 प्रतिशत बता रहे हैं कि यह सीरीज का लेखा-जोखा है। टेस्‍ट क्रिकेट में इस तरह के ड्रामे से मुझे आनंद आता है।'
ऑस्‍ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर साइमन ओ डनल ने कहा कि अगर आईसीसी को लगता है कि कुछ सही नहीं है तो उसे हस्‍तक्षेप करना चाहिए। उन्‍होंने कहा, 'आईसीसी को हस्‍तक्षेप करके कुछ करना चाहिए। अगर उन्‍हें लगता है कि यह सही नहीं है तो। अगर आईसीसी को लगता है कि पिच सही नहीं है तो मैच में आईसीसी रेफरी है और आईसीसी यह मैच देखे। मगर जब भारत की बात आती है तो इस तरह की बातों पर विचार नहीं होता।'

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