हिटमैन रोहित 52 पारियों से शतक नहीं लगा सके
गंभीर ने कहा- उनके साथ भी कोहली जैसी सख्ती बरतें
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। कप्तान रोहित शर्मा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 52 पारियों से शतक नहीं लगा पाए हैं। इसको लेकर पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने रोहित पर निशाना साधा है। श्रीलंका के खिलाफ पहले और तीसरे वनडे में रोहित को अच्छी शुरुआत तो मिली, लेकिन वह इसे बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर सके। पहले वनडे में रोहित ने 67 गेंदों में 83 रन और तीसरे वनडे में 49 गेंदों में 42 रन बनाए थे। गंभीर ने शतक नहीं लगा पाने पर रोहित की आलोचना की है।
गंभीर ने मैच के बाद एक शो में कहा- मुझे लगता है कि हमें रोहित के साथ वैसे ही पेश आना चाहिए जैसे हम विराट कोहली के साथ पेश आते थे जब वह पिछले साढ़े तीन साल से शतक नहीं लगा पाए थे। हमें रोहित शर्मा के साथ भी उतना ही सख्त होना होगा क्योंकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 50 पारियों से शतक नहीं लगा पाना काफी लंबा समय होता है।
गंभीर ने कहा- ऐसा नहीं है कि आपने एक या दो सीरीज में शतक नहीं बना पाए हैं। पिछले वर्ल्ड कप के बाद से ही उनकी बल्लेबाजी कुछ खास नहीं दिख रही है। वह जब भी लगाते थे बड़े शतक लगाते थे। वह अच्छी फॉर्म में दिख रहे हैं। वह गेंद को अच्छी तरह हिट कर रहे हैं, लेकिन उन्हें उसे बड़ी पारी में तब्दील करना होगा। यही एक चीज रही जो विराट और रोहित के लिए परेशानी का सबब रही है। विराट ने इससे पार पा लिया, लेकिन रोहित शर्मा को विश्व कप से पहले इसे पार पाना होगा। दोनों खिलाड़ी भारत के लिए इस साल भारत में होने वाले विश्व कप में बेहद महत्वपूर्ण होंगे।
रोहित ने वनडे में पिछला शतक 19 जनवरी 2020 में लगाया था। तब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चिन्नास्वामी स्टेडियम में 119 रन की पारी खेली थी। इसके बाद से वह वनडे में 11 पारियां खेल चुके हैं। वहीं, टेस्ट में रोहित ने पिछला शतक अगस्त में लगाया था। इसके बाद से वह टेस्ट में चार पारियां खेल चुके हैं। टी20 में रोहित ने पिछला शतक छह नवंबर 2018 में लगाया था। इसके बाद से वह टी20 में 37 पारियां खेल चुके हैं।
तीसरे वनडे की बात करें तो पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 50 ओवर में पांच विकेट गंवाकर 390 रन बनाए थे। शुभमन गिल ने 97 गेंदों में 116 रन और विराट कोहली ने 110 गेंदों में 166 रन की नाबाद पारी खेली थी। जवाब में श्रीलंका की टीम ने 22 ओवर में नौ विकेट गंवाकर 73 रन बनाए। अशेन बंडारा चोटिल होने की वजह से मैदान पर नहीं आ सके। इस तरह टीम इंडिया ने 317 रन से जीत दर्ज की। यह रनों के अंतर से वनडे इतिहास की सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले यह रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के नाम था। उन्होंने 2008 में आयरलैंड को 290 रन से हराया था। वहीं, भारतीय टीम का पिछला रिकॉर्ड 257 रन से जीत का था, जो उन्होंने 2007 में बरमूडा के खिलाफ हासिल की थी।