विषाक्त भोजन से चली गई खिलाड़ी बेटी की जान

राष्ट्रीय प्रतियोगिता के दौरान नागपुर में हुई निदा फातिमा की मौत
केरल हाईकोर्ट ने खेल निकायों को जिम्मेदार ठहराया
खेलपथ संवाद
कोच्चि।
केरल उच्च न्यायालय में शुक्रवार को याचिका दायर कर केरल की 10 वर्षीय खिलाड़ी की नागपुर में विषाक्त भोजन से हुई मौत के लिए नेशनल फेडरेशन और केरल साइकिल पोलो एसोसिएशन को जिम्मेदार ठहराया गया है। खिलाड़ी राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेने नागपुर गई थी।
‘केरल साइकिल पोलो एसोसिएशन’ ने अपनी दलील में दावा किया कि उच्च न्यायालय ने उसकी टीम को महाराष्ट्र के नागपुर में खेल प्रतियोगिता में भाग लेने की अनुमति दी थी, लेकिन जब 10 वर्षीय फातिमा निदा शहाबुद्दीन समेत उसके खिलाड़ी आयोजन स्थल पर पहुंचे तो, उन्हें ‘साइकिल पोलो फेडरेशन ऑफ इंडिया’ द्वारा भोजन या आवास प्रदान नहीं किया गया।
याचिकाकर्ता एसोसिएशन ने अधिवक्ता संथन वी. नायर के माध्यम से दायर अपनी अवमानना याचिका में कहा कि परिणामस्वरूप, खिलाड़ियों को एक स्थानीय छात्रावास में ठहराना पड़ा और युवा खिलाड़ी विषाक्त भोजन खाने से बीमार पड़ गई, जिसकी गुरुवार सुबह मौत हो गई। याचिकाकर्ता (केरल साइकिल पोलो एसोसिएशन) ने अवमानना याचिका में कहा कि प्रतिवादी (साइकिल पोलो फेडरेशन ऑफ इंडिया और साइकिल पोलो एसोसिएशन ऑफ केरल) खिलाड़ी की मौत के लिए जिम्मेदार हैं।
याचिकाकर्ता ने उच्च न्यायालय के 15 दिसम्बर के उस आदेश के कथित उल्लंघन के लिए दोनों खेल निकायों के खिलाफ अवमानना कार्रवाई किए जाने का अनुरोध किया, जिसमें टीम या खिलाड़ियों को नागपुर में राष्ट्रीय स्तर के आयोजन में भाग लेने की अनुमति दी गई थी। इसमें दावा किया गया है कि जब ये आयोजन स्थल पर पहुंचे तो फेडरेशन के अधिकारियों ने शुरू में उन्हें भाग लेने की इजाजत देने से इंकार कर दिया और खेल मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद याचिकाकर्ता द्वारा चयनित खिलाड़ियों को भाग लेने की इजाजत दी गई। याचिका में दावा किया गया है कि इसके साथ ही अधिकारियों ने यह स्पष्ट कर दिया कि वे उन्हें भोजन और आवास मुहैया नहीं कराएंगे।
नागपुर में मरने वाली 10 वर्षीय मलयाली साइकिल पोलो खिलाड़ी निदा फातिमा का शव कोच्चि लाया गया। स्पोर्ट्स काउंसिल के अध्यक्ष मर्सी कुट्टन, अंबालापुझा के विधायक एच सलाम और अन्य रिश्तेदारों ने नेदुम्बसेरी हवाई अड्डे पर शव प्राप्त किया। निदा के पिता शहाबुद्दीन भी फ्लाइट में थे। शव को अलप्पुझा ले जाया गया। स्वैच्छिक संगठन के नेतृत्व में निदा के पार्थिव शरीर को सार्वजनिक श्रद्धांजलि के लिए नीरकुन्नम के सरकारी स्कूल में रखा गया, जहां वह सुबह पढ़ती थी। दोपहर 12 बजे शव को अंबालापुझा स्थित उनके घर ले जाया गया। दोपहर 12:30 बजे कक्काझाम जुमा मस्जिद कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार किया गया।
निदा सहित टीम राष्ट्रीय सब जूनियर साइकिल पोलो प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए 20 दिसम्बर को नागपुर पहुंची थी। बुधवार की रात उल्टी होने पर बच्ची को अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसने दम तोड़ दिया। गुरुवार सुबह उसकी मौत हो गई। चैम्पियनशिप में भाग लेने के लिए केरल से दो संघों की टीमें गई थीं। निदा केरल साइकिल पोलो एसोसिएशन की टीम की सदस्य थी। केरल साइकिल पोलो एसोसिएशन ने आरोप लगाया कि नागपुर पहुंचे खिलाड़ियों के रहने और खाने की व्यवस्था नहीं की गई। लेकिन नेशनल पोलो एसोसिएशन का स्पष्टीकरण है कि खिलाड़ियों को 600 रुपए की सुविधा और भत्ता दिया गया है।

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