उत्तराखंड के दिगम्बर रावत ने दुबई में फहराया परचम

पिता की मौत हुई, गरीबी में पला-बढ़ा
अब वर्ल्ड चैम्पियनशिप जीतकर रचा इतिहास
खेलपथ संवाद
देहरादून।
सीमित संसाधनों के बावजूद उत्तराखंड के होनहार खिलाड़ी खेलों के क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं जीतकर देश-प्रदेश का मान बढ़ा रहे हैं। इसी कड़ी में उत्तराखंड के लिए एक अच्छी खबर मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स के क्षेत्र से आई है। दुबई में हुई अंतरराष्ट्रीय मिक्स मार्शल आर्ट्स चैम्पियनशिप में उत्तराखंड के लाल दिगम्बर रावत ने खिताब जीतकर इतिहास रच दिया। 
दिगम्बर रावत ने लाइट वेट कैटेगरी में अपने प्रतिद्वंदी अकीब अली को पटखनी दी और खिताब अपने नाम कर लिया। दिगम्बर रावत की इस उपलब्धि से उनके गृह जनपद में जश्न का माहौल है। दिगम्बर रावत 23 साल के हैं। उनका परिवार मूलरूप से आदिबदरी तहसील के आली गांव का रहने वाला है। आज हम दिगम्बर की सफलता देख रहे हैं, लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए उन्हें कड़े संघर्ष से गुजरना पड़ा। 
दिगम्बर के पिता की साल 2019 में मौत हो गई थी। जिसके बाद घर के हालात बिगड़ते चले गए। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। थोड़े समय बाद दिगम्बर अपनी बहन के साथ देहरादून आ गए और मिक्स मार्शल आर्ट्स की तैयारी करने लगे। उनकी मेहनत का शानदार परिणाम ये रहा कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय चैम्पियनशिप का खिताब अपने नाम किया है। दिगम्बर ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी बहनों और कोच अंगद को दिया। 
दिगम्बर रावत ने कहा कि वह भविष्य में भी यूं ही मेहनत करते रहेंगे। आली के पूर्व पैरा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी हरेंद्र सिंह और प्रधान पुष्कर रावत ने भी दिगम्बर की सफलता पर खुशी जताई और उन्हें उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। दिगम्बर की यह सफलता पहाड़ के दूसरे युवाओं को भी कभी हार न मानने की प्रेरणा देगी।
एसजीआरआर एजूकेशन मिशन के चेयरमैन महंत देवेंद्र दास महाराज ने दिगम्बर को बधाई दी। बताया गया कि दिगम्बर ने 10वीं तक की पढ़ाई एसजीआरआर पब्लिक स्कूल आदिबद्री से और 12वीं की पढ़ाई एसजीआरआर पब्लिक स्कूल कर्णप्रयाग से पूरी की। प्रधानाचार्य मुकेश कुंवर के मुताबिक दिगम्बर की बचपन से ही खेलकूद में रुचि थी। 

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