रायबरेली एक्सप्रेस सुधा सिंह ने जीती इंदिरा मैराथन

पुरुषों में राजस्थान पुलिस के शेर सिंह का रहा जलवा
खेलपथ संवाद
प्रयागराज।
अखिल भारतीय प्राइजमनी इंदिरा मैराथन 2022-23 का ताज राजस्थान पुलिस में तैनात जयपुर के शेर सिंह तथा पद्मश्री एवं अर्जुन अवार्डी ओलम्पियन सुधा सिंह के सिर सजा। पुरुष वर्ग में बीते वर्ष के उप-विजेता प्रयागराज के अनिल कुमार सिंह इस बार तीसरे स्थान पर रहे। वहीं महाराष्ट्र के विक्रम बांगरिया को दूसरा स्थान मिला। बीते वर्ष विक्रम छठे स्थान पर रहे थे। दोनों धावक सेना के हैं।
महिला वर्ग में महाराष्ट्र की अश्विनी मदन जाधव दूसरे एवं ज्योति शंकर राव तीसरे स्थान पर रहीं। ज्योति शंकर 2013-14 से 2018-19 तक लगातार छह बार इंदिरा मैराथन की विजेता रहीं। पहली बार इंदिरा मैराथन में शामिल होने वाली अश्विनी और ज्योति शंकर ने साथ में ही प्रशिक्षण प्राप्त किया है। करीब आधी दूरी तक सबसे आगे चल रहीं प्रयागराज की कविता पटेल की वापसी में रफ्तार धीमी पड़ गई और उन्हें पांचवें स्थान से संतोष करना पड़ा।
इंदिरा मैराथन में पहली बार दो ओलंपियन पुरुष वर्ग में महाराष्ट्र के गोपी थानाकल तथा महिलाओं में सुधा सिंह ने हिस्सा लिया। ऐसे में सबकी नजर इन पर रही लेकिन गोपी थानाकल को चौथे स्थान से संतोष करना पड़ा। क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी विमला सिंह, लखनऊ के केडी सिंह बाबू स्टेडियम में कोच थीं और विजेता सुधा ने उनके निर्देशन में प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
मैराथन की शुरुआत शनिवार को सुबह 6.30 बजे आनंद भवन से हुई और 42.195 किलोमीटर की दूरी पूरी करने के बाद चंद्रशेखर आजाद पार्क स्थित मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में समाप्त हुई। खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चंद्र यादव ने मैराथन को हरी झंडी दिखाई। इसमें देश भर के धावकों ने प्रतिभाग किया। पूरे रूट पर दोनों तरफ लोग मौजूद रहकर खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाते रहे।
पुरुष वर्ग में प्रथम चार स्थान पर रहने वाले धावक काफी समय तक साथ-साथ दौड़े। प्रथम तीन स्थान पर रहने वाले खिलाड़ियों के बीच तो काफी रोचक मुकाबला रहा। विजेता शेर सिंह ने दो घंटे 20 मिनट 11.3 सेकेंड में दौड़ पूरी की। वहीं उपविजेता विक्रम ने दो घंटे 21 मिनट 58.3 तथा स्थानीय हीरो अनिल कुमार ने दो घंटे 23 मिनट 28.5 सेकेंड में दौड़ पूरी की। 
इस तरह से विक्रम, विजेता से सिर्फ एक मिनट 47 सेकेंड तथा अनिल 03 मिनट 17.2 सेकेंड से पीछे रह गए। अनिल ने बीते वर्ष यह दौड़ दो घंटे 22 मिनट आठ सेकेंड में पूरी की थी। महिला वर्ग की विजेता सुधा सिंह ने दो घंटे 51 मिनट 40.3 सेकेंड, उप विजेता अश्विनी मदन ने तीन घंटे एक मिनट 22.5 सेकेंड तथा तीसरे स्थान पर रहीं ज्योति ने तीन घंटे पांच मिनट 15.2 सेकेंड में दौड़ पूरी की।
दौड़ पूरी होने के बाद समारोह में खेल राज्यमंत्री ने विजेताओं को इनामी राशि और प्रमाण पत्र दिए। इस मौके पर सांसद केशरी देवी पटेल, ओलंपियन अभिन्न श्याम गुप्ता, खेल निदेशक आरपी सिंह, डीएम संजय कुमार खत्री, क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी विमला सिंह समेत अनेक लोग मौजूद रहे।
विजेताओं को मिले दो-दो लाख
इंदिरा मैराथन के विजेताओं को दो-दो लाख रुपये दिए गए। वहीं उप विजेताओं को एक-एक लाख तथा तीसरे स्थान पर रहने वाले धावकों को 75-75 हजार रुपये मिले। दोनों ही वर्ग में चौथे से 14वें स्थान तक रहने वाले 11-11 खिलाड़ियों को सांत्वना पुरस्कार के रूप में 10-10 हजार रुपये मिले। पुरुष वर्ग में प्रथम चार स्थान पर रहने वाले धावक काफी समय तक साथ-साथ दौड़े। प्रथम तीन स्थान पर रहने वाले खिलाड़ियों के बीच तो काफी रोचक मुकाबला रहा। विजेता शेर सिंह ने दो घंटे 20 मिनट 11.3 सेकेंड में दौड़ पूरी की। वहीं उपविजेता विक्रम ने दो घंटे 21 मिनट 58.3 तथा स्थानीय हीरो अनिल कुमार ने दो घंटे 23 मिनट 28.5 सेकेंड में दौड़ पूरी की।
इस तरह से विक्रम, विजेता से सिर्फ एक मिनट 47 सेकेंड तथा अनिल 03 मिनट 17.2 सेकेंड से पीछे रह गए। अनिल ने बीते वर्ष यह दौड़ दो घंटे 22 मिनट आठ सेकेंड में पूरी की थी। महिला वर्ग की विजेता सुधा सिंह ने दो घंटे 51 मिनट 40.3 सेकेंड, उप विजेता अश्विनी मदन ने तीन घंटे एक मिनट 22.5 सेकेंड तथा तीसरे स्थान पर रहीं ज्योति ने तीन घंटे पांच मिनट 15.2 सेकेंड में दौड़ पूरी की।

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