झारखंड की बेटी का गोल्डन काम, प्रशासन ने बढ़ाया मां का मान
आशा किरण बारला ने 800 मीटर रेस में स्वर्ण पदक जीता
घर वालों के पास गुमला प्रशासन ने टेलीविजन सेट पहुंचाया
खेलपथ संवाद
गुमला। बेटियां हर क्षेत्र में अपनी योग्यता और दमखम से अपने प्रदेश तथा देश का मान बढ़ा रही हैं। हाल ही कुवैत में आयोजित एशियन एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में गुमला (झारखण्ड) की बेटी ने 800 मीटर दौड़ में गोल्ड मेडल जीतकर हिन्दुस्तान का गौरव बढ़ाया है। आशा किरण बारला की इस शानदार सफलता से प्रशासन भी न केवल खुश हुआ बल्कि तुरंत ही उसके घर पहुंच कर टेलीविजन सेट पहुंचाया गया।
कुवैत में आयोजित एशियन यूथ चैम्पियनशिप में झारखंड के गुमला की नेशनल एथलीट आशा किरण बारला ने 800 मीटर रेस में स्वर्ण पदक जीता है। इस पल को परिजनों के लिए यादगार बनाने के लिए प्रशासन ने भी सहायता की और उनके घर टेलीविजन से साथ सेटटॉप बॉक्स भी पहुंचाया। बता दें कि एशियन यूथ चैम्पियनशिप का आयोजन कुवैत में 13 से 16 अक्टूबर तक किया गया था। शनिवार रात फाइनल राउंड में आशा ने 800 मीटर रेस 2:06.79 मिनट में पूरा कर गोल्ड मेडल जीता।
आशा किरण बारला की सफलता पर गुमला जिला प्रशासन ने बधाई दी है। जिला प्रशासन द्वारा शनिवार को ही एथलीट आशा किरण बारला के घर पर टीवी सेट पहुंचाया गया, जहां देर रात परिजन व ग्रामीणों ने कुवैत में आयोजित गांव की बेटी को ट्रैक पर दौड़ते देखा। आशा किरण बारला की सफलता पर गांव में चारों ओर खुशियां हैं। आशा किरण बाला इससे पहले खेलो इंडिया यूथ गेम 2017 में गोल्ड, 2018 में 3 गोल्ड, 2019 में एक गोल्ड, 2021 में सिल्वर और 2022 में अब तक दो गोल्ड मेडल हासिल कर चुकी है।
आशा किरण बारला की मां रोजनिया आईंद ने बताया कि ‘आशा बचपन से ही पढ़ाई के साथ-साथ खेल में भी रुचि रखती थी। जिसको देखते हुए हम लोगों ने उसके खेल को हमेशा बढ़ावा दिया। इसकी वजह से आज वह यह मुकाम हासिल कर पाई है। गौरतलब है कि आशा किरण बारला के परिजन आज भी बदहाली की जिंदगी जीने को विवश हैं। कच्चा और टूटा-फूटा घर, क्षतिग्रस्त शौचालय सहित कई मूलभूत सुविधाएं खिलाड़ी के परिजन को नहीं मिल पाती हैं। पूरा परिवार तंगहाली की जिंदगी जीने को विवश है।परिजनों ने बताया कि गरीबी के कारण घर में टेलीविजन नहीं था, जिस कारण हम लोग अपनी बेटी को खेलते नहीं देख पाते थे। जिला प्रशासन ने टीवी लगा दिया है जिससे हम लोग अपनी बेटी को लाइव खेलते हुए देखे और उसे देश के लिए गोल्ड मेडल जीतते देखकर बहुत खुशी हुई।