खेल अधिकारी निलम्बित, ठेकेदार ‘ब्लैकलिस्ट’

अनुराग ठाकुर ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश
मामला कबड्डी खिलाड़ियों का खाना शौचालय में रखे होने का
खेलपथ संवाद
सहारनपुर।
उत्तर प्रदेश कबड्डी एसोसिएशन के सचिन राजेश कुमार सिंह यादव ने सहारनपुर के जवाबदेह क्रीड़ाधिकारी को बेशक पत्र के माध्यम से क्लीन चिट देने की हिमाकत की हो, यह मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद केन्द्रीय खेल एवं युवा कल्याण मंत्री अनुराग ठाकुर और भारतीय दिग्गज पहलवान योगेश्वर दत्त ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जवाबदेहों पर सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की है। 
इस वायरल वीडियो में कबड्डी खिलाड़ियों को एक शौचालय के अंदर खाना परोसा जा रहा था। वायरल वीडियो में सहारनपुर के भीमराव अम्बेडकर स्टेडियम के गेट के पास शौचालय के फर्श पर रखे बर्तनों से महिला खिलाड़ियों को चावल, दाल और सब्जी सहित खाना परोसा जाता देखा जा सकता है। इस मामले को भारतीय पहलवान योगेश्वर दत्त ने 'दुर्भाग्यपूर्ण' बताया और खिलाड़ियों के लिए बेहतर सुविधाओं का आग्रह किया है।
टूर्नामेंट के आयोजकों को उनके बेशर्म कृत्य के लिए दोषी ठहराते हुए, योगेश्वर दत्त ने संबंधित अधिकारियों से इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की। उन्होंने कहा, "जब इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं तो बहुत दुख होता है। सम्मान हर खिलाड़ी और नागरिक का अधिकार है। टूर्नामेंट के आयोजकों से संज्ञान लेना बहुत जरूरी है कि खिलाड़ियों को शौचालय में खाना खाने के लिए क्यों मजबूर किया गया।"
दत्त ने आगे कहा, "चाहे भोजन हो या आवास, खिलाड़ियों को सबसे अधिक सुविधाएं दी जानी चाहिए। यह टूर्नामेंट के आयोजकों की जिम्मेदारी है और मेरे अनुसार, वे ही दोषी हैं। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है ताकि यह फिर कभी नहीं हो। लड़कियों को शौचालय में खाना खाते हुए देखना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। भारत में, एक समस्या है, इस तरह की घटनाओं को दोहराते रहने के बावजूद संबंधित अधिकारियों द्वारा कभी भी कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जाती है।"
अनुराग ठाकुर ने कहा कि भारतीय खेल समुदाय के लिए यह काफी दुखद बात है। केंद्रीय सूचना, प्रसारण और युवा और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने  घटना के लिए जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया है। खेल मंत्री ठाकुर ने कहा कि उन्होंने आरोपी ठेकेदार और अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिए हैं। वहीं खेल मंत्री ने ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने का भी निर्देश दिया है। खेल निदेशक राम प्रकाश सिंह ने जिला खेल अधिकारी अनिमेष सक्सेना को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है, जिन्होंने पहले इन आरोपों का खंडन किया था। 16 सितम्बर से शुरू हुए अंडर-17 महिला कबड्डी टूर्नामेंट में कथित तौर पर 300 से अधिक महिला खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। सूत्रों के अनुसार इस मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी खासे नाराज हैं।
कबड्डी खिलाड़ियों का खाना शौचालय में रखे जाने के सोशल मीडिया पर ‘वायरल’ हुए वीडियो पर संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने ढिलाई बरतने के आरोप में जिला खेल अधिकारी को निलम्बित कर दिया है। अपर मुख्य सचिव (खेल) नवनीत सहगल ने बताया कि जनपद के क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी (आरएसओ) अनिमेष सक्सेना को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है। पूरे प्रकरण की जांच जिलाधिकारी सहारनपुर को सौंपी गई है।’ खाना बनाने व खिलाड़ियों को उपलब्ध कराने वाले ठेकेदार को ‘ब्लैकलिस्ट’ करते हुए भविष्य में काम न देने की सख्त चेतावनी दी गई है। साथ ही क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी के अधीनस्थ इस कार्यक्रम में खाना परोसने का कार्य करने वाले विभागीय कर्मियों को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश निदेशक खेल को दिए गये हैं। सहारनपुर के डॉ. भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में 16 से 19 सितम्बर तक लड़कियों की सब-जूनियर कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था, इसमें राज्य के 16 सम्भागों की 300 से अधिक लड़कियों ने भाग लिया था।
अपर जिला मजिस्ट्रेट को सौंपी जांच
सहारनपुर के जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने बताया कि अपर जिला मजिस्ट्रेट (वित्त और राजस्व) रजनीश कुमार मिश्रा को घटना की जांच करने के लिए कहा गया है। वह तीन दिन में रिपोर्ट सौंपेंगे। सिंह ने कहा, ‘खिलाड़ियों को जो दोपहर का खाना परोसा गया वह अधपका था और खिलाड़ियों को पर्याप्त खाना नहीं मिल पाया। इसके अलावा चावल और पूड़ी को शौचालय में रखा गया था और उससे बदबू आ रही थी।’ यह भी पता चला कि खाना स्वीमिंग पूल परिसर में पकाया गया था और 300 से अधिक लोगों के लिए भोजन तैयार करने के लिए केवल दो रसोइये लगे हुए थे।

 

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