राजस्थान ने जीती 51वीं राष्ट्रीय सीनियर पुरुष हैंडबॉल चैम्पियनशिप
लगातार तीसरी बार खिताब जीतने का सर्विसेज का सपना टूटा
खेलपथ संवाद
लखनऊ। पिछली चैम्पियनशिप की उपविजेता राजस्थान टीम ने तालमेल भरे खेल और शानदार रणनीति का प्रदर्शन करते हुए 51वीं राष्ट्रीय सीनियर पुरुष हैंडबॉल चैम्पियनशिप जीत ली। फाइनल में उसने पिछली बार की विजेता सर्विसेज को 37-34 गोल से हराया। हैंडबॉल एसोसिएशन इंडिया के तत्वावधान में उत्तर प्रदेश हैण्डबॉल संघ द्वारा केडी सिंह बाबू स्टेडियम में दोनों ही टीमों के बीच कांटे का मुकाबला हुआ लेकिन राजस्थान ने लगातार तीसरी बार खिताब जीतने का सर्विसेज का सपना तोड़ दिया।
फाइनल में राजस्थान की टीम आक्रामक अंदाज और तालमेल भरे खेल के सहारे प्रतिद्वंद्वी पर भारी पड़ी। दूसरी ओर सर्विसेज को महत्वपूर्ण मौकों पर तालमेल की कमी का नुकसान उठाना पड़ा। हालांकि दोनों ही टीमों में कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी थे, जिसके चलते फाइनल में एक-एक गोल के लिए कड़ा मुकाबला हुआ। राजस्थान ने मध्यांतर तक 17-16 की बढ़त बना ली थी।
मध्यांतर में एक गोल से पिछड़ी सर्विसेज की टीम ने मध्यांतर के बाद वापसी की कोशिश की लेकिन राजस्थान ने तेज खेल के सहारे 37-34 से फाइनल जीतते हुए विजेता ट्राफी अपने नाम कर ली। राजस्थान की ओर से भूषण ने प्रतिद्वंद्वी के खेमे में सेंध लगाते हुए सर्वाधिक 11 गोल दागे। उनका साथ देते हुए विक्की ने सात गोल किए। अनिल खुदिया व भोलू को 6-6 गोल, जबकि सुखी को चार गोल दागने में सफलता मिली।
रेलवे की ओर से दीपक अहलावत ने सर्वाधिक 9 गोल किए। अशोक नैन ने 7, सुजा-उर ने 6 गोल दागे। चिराग को चार, साहिल, तरुण व रॉबिन को दो-दो और अर्जुन को एक गोल करने में सफलता मिली। राजस्थान की टीम इस चैम्पियनशिप के पिछले संस्करण में उप विजेता थी। दूसरी ओर सर्विसेज ने पिछली दो चैम्पियनशिप में लगातार खिताब जीते थे।
चंडीगढ़ व रेलवे की टीम को संयुक्त कांस्य पदक
रेलवे व चंडीगढ़ ने संयुक्त तीसरे स्थान पर रहते हुए कांस्य पदक साझा किया। सुबह के सत्र में खेले गए सेमीफाइनल मुकाबलों में सर्विसेज और राजस्थान ने जीत दर्ज
कर फाइनल में जगह बनाई थी। पहले सेमीफाइनल में राजस्थान ने चंडीगढ़ को 39-34 गोल से हराया। मैच में राजस्थान हाफ टाइम तक 20-14 से आगे था। राजस्थान से भूषण ने सबसे ज्यादा 11 गोल किए। करन व सुमित ने सात-सात, अनिल ने पांच, सुखवीर ने चार, विकास ने तीन और खुदिया ने दो गोल किए। चंडीगढ़ से हरेंद्र व अरुण ने आठ-आठ, दीपक ने सात, जगनमोहन व हरप्रीत ने चार- चार और आशीष ने दो गोल किए। दूसरे सेमीफाइनल में सर्विसेज ने रेलवे को 28-25 गोल से हराया। मध्यांतर तक दोनों टीमें 10-10 से बराबरी पर थीं। सर्विसेज से दीपक अहलावत ने सात, मोहित, मिंटू सरदार व सूजा उर ने चार- चार, साहिल मलिक व रघु कुमार ने तीन- तीन गोल किए। रेलवे से अंकित ने आठ, हैप्पी ने छह जबकि नंदकिशोर व शुभम ने पांच-पांच गोल किए।
चैम्पियनशिप के समापन समारोह में मुख्य अतिथि बाबू बनारसी दास ग्रुप की चेयरपर्सन अलका दास (अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश हैंडबॉल संघ) ने विजेता व उपविजेता टीमों सहित तीसरे स्थान पर रही टीमों को ट्राफी व मेडल प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि ए. जगनमोहन राव (अध्यक्ष हैंडबॉल एसोसिएशन इंडिया), डॉ. तेजराज सिंह (महासचिव, हैंडबॉल एसोसिएशन इंडिया) व विनय कुमार सिंह (कोषाध्यक्ष हैंडबॉल एसोसिएशन इंडिया) भी मौजूद थे। अंत में उत्तर प्रदेश हैंडबॉल संघ के महासचिव डॉ. आनन्देश्वर पाण्डेय ने विजेता व उपविजेता टीमों को बधाई देते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।