केविन ओ ब्रायन ने लिया अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास

विश्व कप में सबसे तेज शतक लगाया था
नई दिल्ली।
आयरलैंड के विस्फोटक बल्लेबाज केविन ओ ब्रायन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उन्होंने 2006 में आयरलैंड के लिए पहला मैच खेला था और अपने 16 साल के करियर में कई बेहतरीन पारियां खेली। उन्होंने दो बार इंग्लैंड के खिलाफ शतक लगाया और आयरलैंड के लिए पहला टेस्ट शतक लगाने का गौरव भी हासिल किया। आयरलैंड को एसोसिएट देश से टेस्ट खेलने वाले देश का दर्जा दिलाने में केविन ओ ब्रायन का भी अहम योगदान है। उनके नाम कई खास रिकॉर्ड दर्ज हैं। 
केविन ओ ब्रायन आयरलैंड के लिए वनडे में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्होंने वनडे में 32.68 के औसत और 5.20 के इकोनॉमी रेट से कुल 114 विकेट लिए हैं। वो विश्व कप में सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाज हैं। उन्होंने 2011 विश्व कप में बेंगलुरु के मैदान में इंग्लैंड के खिलाफ तूफानी पारी खेली थी और सिर्फ 50 गेंदों में अपना शतक पूरा कर लिया था। उनके शतक की बदौलत आयरलैंड ने बड़ा उलटफेर करते हुए मैच जीत लिया था। 
इस पारी में उन्होंने 13 चौके और छह छक्के लगाए थे और 113 रन की शानदार पारी खेली थी। हालांकि, अपनी टीम को जीत दिलाने से पहले वो रन आउट हो गए थे। अंत में आयरलैंड ने 328 रन के लक्ष्य का पीछा कर लिया था और मैच जीता था। केविन ओ ब्रायन आयरलैंड के उन खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिनकी बदौलत इस देश को टेस्ट खेलने का दर्जा मिला। 2017 में आयरलैंड को टेस्ट खेलने वाले देश का दर्जा मिलने के बाद 2018 में केविन ओ ब्रायन ने पाकिस्तान के खिलाफ शतक लगाया और अपने देश के लिए टेस्ट क्रिकेट में शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी बने। इस मैच की पहली पारी में वो 40 रन बनाकर आउट हो गए थे। दूसरी पारी में उनकी टीम 95 रन के स्कोर पर चार विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी और पारी की हार टालने के लिए आयरलैंड को 85 रन की जरूरत थी। उन्होंने 118 रन की पारी खेली और पाकिस्तान को चौथी पारी में बल्लेबाजी के लिए मजबूर कर दिया। केविन ओ ब्रायन पहले ही कोच के किरदार में दिख चुके हैं। उन्होंने इटली और इस्टोनिया के लिए यह जिम्मेदारी निभाई है। अब 38 साल के केविन अब कोच के रूप में कमाल करने के लिए तैयार हैं। 

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