कानपुर का ओम दरानी बना अर्जुन

तीरंदाजी में एक स्वर्ण और एक रजत पदक जीता 
खेलपथ संवाद
कानपुर।
प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती, यह साबित किया है कानपुर के होनहार तीरंदाज ओम दरानी ने। महज 10 वर्ष की उम्र में ओम ने न केवल सफलता के पथ पर कदम रखे बल्कि एक स्वर्ण और एक रजत पदक जीतकर अपने स्वर्णिम भविष्य की आहट भी छोड़ दी है। इस उदीयमान तीरंदाज का सपना ओलम्पिक खेलने के साथ पदक जीतना है।
बिल्लाबोंग हाई इंटरनेशनल स्कूल, कैंट में कक्षा 5 में अध्ययनरत ओम ने तीरंदाजी में बेहतर प्रदर्शन के दम पर खुद को शहर का अर्जुन बनाने की ओर कदम बढ़ा दिया है। ओम ने यूथ ओलम्पिक कानपुर में तीरंदाजी में एक स्वर्ण और एक रजत पदक जीतकर अपने शहर और प्रशिक्षक वैभव गौड़ को पुलकित कर दिया है। ओम की इस शानदार सफलता पर कानपुर तीरंदाजी संघ के पदाधिकारियों ने बधाई देते हुए उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। होनहार ओम भविष्य में ओलम्पिक में पदक जीतकर अपने देश व शहर का नाम रोशन करना चाहता है।

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