पंजाब के खिलाफ मैच पुणे से मुंबई स्थानांतरित
आईपीएल पर कोविड-19 का साया, दिल्ली कैपिटल्स टीम में संक्रमण
मुंबई। कोरोना वायरस संक्रमण से प्रभावित दिल्ली कैपिटल्स की टीम बुधवार को पंजाब किंग्स के खिलाफ इंडियन प्रीमियर लीग का अपना मैच पुणे की जगह यहां के ब्रेबोर्न स्टेडियम में खेलेगी। भारतीय क्रिकेट बोर्ड से जारी बयान में कहा गया कि बुधवार के मैच को ब्रेबोर्न स्टेडियम में स्थानांतरित कर दिया गया है ताकि बायो-बबल में कोविड संक्रमण न हो।
ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर मिशेल मार्श सहित दिल्ली कैपिटल्स के पांच सदस्य कोरोना वायरस जांच में पॉजिटिव आये हैं। फिजियो पैट्रिक फरहार्ट, टीम के मालिशिया चेतन कुमार, टीम डॉक्टर अभिजीत साल्वी और सोशल मीडिया कंटेंट टीम के सदस्य आकाश माने जांच में कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये हैं। बीसीसीआई से जारी बयान के मुताबिक, ‘क्रिकेट बोर्ड ने 20 अप्रैल को खेले जाने वाले मैच संख्या 32 - दिल्ली कैपिटल बनाम पंजाब किंग्स को एमसीए स्टेडियम, पुणे से ब्रेबोर्न - सीसीआई स्थानांतरित किया है।
लंबी दूरी की बस यात्रा के दौरान टीम में कोविड-19 संक्रमण बढ़ने के खतरे को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।' दिल्ली कैपिटल्स को बुधवार सुबह आरटी पीसीआर जांच के बाद ही मैच खेलने की मंजूरी मिलेगी। अन्य सभी खिलाड़ी और सहयोगी स्टाफ मंगलवार को हुए जांच में नेगेटिव आए हैं। उन्होंने कहा, ‘कोविड-19 से संक्रमित आये सदस्य पृथकवास में चिकित्सकों की निगरानी में है। उनका छठे और सातवें दिन परीक्षण किया जाएगा और दोनों जांच का नतीजा नेगेटिव आने पर उन्हें दिल्ली कैपिटल्स बायो-सिक्योर बबल में फिर से आने दिया जायेगा।'
दिल्ली कैपिटल्स के प्रतिद्वंद्वी पंजाब किंग्स को मंगलवार को पुणे की यात्रा करनी थी, लेकिन उन्हें मुंबई में ही रहने के लिए कहा गया। मार्श के कोविड-19 पॉजिटिव होने के बाद एक बार फिर आईपीएल पर खतरा मंडराने लगा। मार्श की शुरुआती रिपोर्ट नेगेटिव आयी थी, लेकिन बाद की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी। मार्श को गले में दर्द और हल्का बुखार था। मार्श में इस बीमारी के लक्षण दिखे थे और उनका रैपिड एंटीजन टेस्ट किया गया जो पॉजिटिव आया लेकिन शुरुआती आरटी-पीसीआर जांच नतीजा नेगेटिव रहा था। आईपीएल बायो-बबल के बाहर कोविड-19 के मामले बढ़ने लगे है। बायो-बबल के अंदर भी वायरस का खतरा भी बढ़ गया है। पिछले सत्र में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच टूर्नामेंट को स्थगित करना पड़ा था। इसे सितंबर-अक्टूबर में यूएई में पूरा किया गया था।