धोखाधड़ी का आरोपी सुशील कुमार पुलिस गिरफ्त में
रेलवे के स्पोर्ट्स कोटे में नौकरी लगवाने के नाम पर 41 लाख 54 हजार की ठगी
खेलपथ संवाद
भिवानी। कहावत है बुरे काम का बुरा नतीजा, यही कुछ हुआ दरभंगा के सुशील कुमार के साथ। पहले तो उसने खिलाड़ियों को अवॉर्ड देने का गोरखधंधा शुरू किया फिर इसकी आड़ में खिलाड़ियों को रेलवे के स्पोर्ट्स कोटे में नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी शुरू कर दी। यह काम वह बिहार की बजाय मध्य प्रदेश के सतना जिले में करने लगा। कहते हैं कि एक न एक दिन पाप का घड़ा न केवल भरता है बल्कि फूटता भी है। यही हुआ उसके साथ, अब वह हरियाणा पुलिस की कस्टडी में है।
जानकारी के अनुसार सुशील कुमार ने गांव झांझड़ा श्योराण (हरियाणा) निवासी राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी संदीप कुमार और दूसरे कुछ खिलाड़ियों को रेलवे में स्पोर्ट्स कोटे से नौकरी लगवाने के नाम पर 41 लाख 54 हजार रुपये की ठगी की। न ही इन खिलाड़ियों की नौकरी लगी न ही इनके पैसे वापस हुए। ऐसे में परेशान संदीप कुमार पुलिस शरण में पहुंचा और अपने व दूसरे खिलाड़ियों के साथ हुई ठगी का मामला दर्ज कराया। पुलिस टीम ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए उसे 13 अप्रैल को मध्य प्रदेश के सतना जिले के गांव मझगंवा से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। पुलिस ने उसे अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
गांव झांझड़ा श्योराण निवासी संदीप कुमार ने लोहारू पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई थी। उसने पुलिस को बताया कि वह राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी है। करीब दो वर्ष पहले उसकी ट्रेन में सुशील कुमार नाम के व्यक्ति से मुलाकात हुई थी। सुशील कुमार ने खुद को इंडियन स्पोर्ट्स अवॉर्ड सिलेक्शन कमेटी का सीओ बताया था। इसके बाद 13 जून, 2021 को शिकायतकर्ता के व्हाट्सएप नम्बर पर सुशील कुमार का मैसेज आया, जिसमें सुशील कुमार ने शिकायतकर्ता को बताया कि रेलवे में नौकरियां निकली हुई हैं और पैसे देकर इनमें भर्ती हो सकती है।
संदीप ने अपने अन्य साथियों को रेलवे में स्पेशल कोटे की भर्तियों के बारे में बताया। आरोपित ने शिकायतकर्ता को 22 जून, 2021 को मध्य प्रदेश सतना में बुलाया। आरोपित सुशील द्वारा शिकायतकर्ता व सात अन्य खिलाड़ियों से समय-समय पर रेलवे में भर्ती करवाने के नाम पर कुल 41 लाख 54 हजार रुपये अपनी अंटी में कर लिए। इसके पश्चात आरोपित ने समय-समय पर पैसे लेने के लिए डुप्लीकेट रोल नम्बर, डुप्लीकेट काल लेटर व फर्जी ज्वाइनिंग लेटर दे दिए। लोहारू के थाना प्रभारी विद्यानंद के नेतृत्व वाली टीम के इंचार्ज सहायक उप निरीक्षक जितेंद्र ने इस मामले में मुख्य आरोपित मध्यप्रदेश के बिहारी कॉलोनी सिविल लाइन, सतना निवासी सुशील कुमार को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
शिकायतकर्ता संदीप कुमार का कहना है कि सुशील कुमार की गिरफ्तारी के समय उसकी धर्मपत्नी की भूमिका भी बहुत सारे संदेहों को जन्म देती है। दरअसल, इन खिलाड़ियों को सुशील कुमार द्वारा फिल्मी स्टाइल में फंसाया गया था। सुशील कुमार जहां स्वयं जबलपुर रीजन का सबसे बड़ा रेलवे अधिकारी बना था वहीं उसकी पत्नी ने अपने आपको रेलवे का स्पोर्ट्स आफीसर बताकर साक्षात्कार लिए थे।