अव्यवस्था की भेंट चढ़ी उचाना मैराथन

ईनाम वितरण में गड़बड़झाले का आरोप
खेलपथ संवाद
जींद।
शहीदी दिवस पर बुधवार को एनएच 352 स्थित खटकड़ टोल से शुरू हुई उचाना मैराथन में अव्यवस्थाओं का बोलबाला देखने को मिला। सबसे पहले 21 साल से 40 तक आयु के धावकों को दौड़ना था। भीड़ अधिक होने पर 12 से 20, 21 से 40, 40 से अधिक उम्र वाले धावकों को एक साथ दौड़ाया गया। प्रतियोगिता समापन के समय ईनाम वितरण में भी गड़बड़झाला किया गया।
पंजाबी पॉप स्टॉर हनी सिंह द्वारा गाना गाने के दौरान अपना चश्मा वहां मौजूद भीड़ की तरफ फेंका गया। चश्मा फेंकने के बाद झूम रहे युवाओं ने हाथ में ली हुई पानी की कुछ खाली बोतलों को फेंकना भी शुरू कर दिया। चेस्ट नंबर न मिलने पर सुबह युवाओं की भीड़ चेस्ट नम्बर के लिए लाइन में लगी नजर आई। बहुत से युवा बिना चेस्ट नम्बर ही दौड़े। पंजाबी पॉप स्टॉर हनी सिंह द्वारा शहीदी दिवस पर देशभक्ति के गाने न गाने पर भी युवाओं में नाराजगी नजर आई। 
रजिस्ट्रेशन करवाने वाले युवाओं को जूते, टी-शर्ट दिए जाने की घोषणा की गई थी, लेकिन काफी संख्या में रजिस्ट्रेशन करवाने वालों को न तो जूते मिले न ही टी-शर्ट मिली। बड़े स्तर पर मैराथन दौड़ का कार्यक्रम आयोजित होने पर प्रशासन द्वारा एनएच पर रूट डायबर्ट की एडवाइजरी जारी न करने के कारण वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इतना ही नहीं मैराथन में विजेताओं के लिए ईनाम वितरण में भी आयोजकों पर गड़बड़झाले के आरोप लगे। 
ऑल इंडिया गोल्ड मेडलिस्ट ने लगाये आरोप
पानीपत से इस मैराथन में हिस्सा लेने आये सुंदरपाल नामक धावक ने मीडिया से बातचीत करते हुए दावा किया कि 40 वर्ष से ऊपर के आयुवर्ग में वह प्रथम आया है, लेकिन आयोजकों द्वारा किसी दूसरे युवक को विजेता घोषित कर दिया गया। सुंदरपाल ने दावा करते हुए कहा कि वह ऑल इंडिया गोल्ड मेडलिस्ट है, पहले भी देशभर में कई बार प्रथम आ चुका है। उसके साथ आज अन्याय किया जा रहा है। उसने अधिकारियों के समक्ष भी अपनी बात रखी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

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