स्टार एथलीट तरनजीत कौर पर डोपिंग का डंक

20 साल की एथलीट चार माह पूर्व बनी थी नेशनल चैम्पियन
कसूर साबित होने पर लग सकता है चार साल का प्रतिबंध
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
भारत की अंडर-23 वर्ग में सबसे तेज धाविका तरनजीत कौर राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) द्वारा प्रतियोगिता के दौरान किये गये डोप परीक्षण में विफल हो गई है। दिल्ली की 20 साल की फर्राटा धाविका 2021 में देश में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले युवाओं में से एक है। तरनजीत ने खेलपथ को बताया कि उसने कोई ऐसी शक्तिवर्धक दवा नहीं ली है। तरनजीत का 17 और 28 सितम्बर, 2021 को टेस्ट लिया गया था।
तरनजीत कौर ने 27 से 29 सितम्बर तक राष्ट्रीय अंडर-23 चैम्पियनशिप में 100 मीटर और 200 मीटर दौड़ में क्रमश: 11.54 सेकेंड और 23.57 सेकेंड का समय लेकर स्वर्ण पदक जीते थे। इससे एक सप्ताह पहले उन्होंने राष्ट्रीय ओपन चैम्पियनशिप में 11.50 सेकेंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ-साथ 100 मीटर में स्वर्ण और 200 मीटर में रजत (23.64 सेकेंड) अपने नाम किया था। इस प्रतियोगिता को टोक्यो ओलम्पिक के बाद आयोजित किया गया था और इसमें कई शीर्ष एथलीटों ने भाग नहीं लिया था।
नाडा के एक अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘हां, तरनजीत कौर प्रतियोगिता के दौरान नाडा के द्वारा की गयी डोप जांच में पॉजिटिव पायी गयी है।’ अभी इस बारे में पता नहीं चला है कि कौर ने कौन सी प्रतिबंधित दवा का सेवन किया था और किस प्रतियोगिता के दौरान उनके डोप का नमूना लिया गया था।
प्रतियोगिता के दौरान नमूना या तो राष्ट्रीय अंडर -23 चैम्पियनशिप या राष्ट्रीय ओपन चैम्पियनशिप के दौरान लिया जा सकता है। ये दोनों प्रतियोगिताएं सितम्बर में आयोजित की गई थीं। नाडा अनुशासन समिति की सुनवाई के बाद अगर कौर को डोपिंग का दोषी पाया जाता है, तो वह चार साल तक के लिए प्रतिबंधित हो सकती हैं। यह पहली बार डोप अपराधियों की अधिकतम प्रतिबंध अवधि है।

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