रवि शास्त्री का आरोप- 2014 के बाद मेरे खिलाफ साजिश हुई
मुझे जिस तरह से हटाया गया, उससे दुख हुआ
मुम्बई। टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने अपने कार्यकाल को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया को इंटरव्यू देते हुए कहा, बीसीसीआी में कुछ लोग मुझे और भरत अरुण को कोच के रूप में नहीं देखना चाहते थे। आप देखिए चीजें किस तरह से बदली हैं। जिसे वो गेंदबाजी कोच नहीं बनाना चाहते थे, वो भारत के सबसे शानदार गेंदबाजी कोच बने। मैं किसी एक इंसान का नाम नहीं ले सकता, लेकिन मैं ये पक्के तौर पर बता सकता हूं कि इस बात की पूरी कोशिश की गई थी कि मुझे कोच का पद न मिले।'
बता दें कि शास्त्री को 2017 में टीम इंडिया का हेड कोच बनाया गया था। उससे पहले 2014 से 2015 के वर्ल्ड कप तक वो टीम के डायरेक्टर थे। इसी दौरान उनके साथ साजिश शुरू हुई थी। वर्ल्ड कप के बाद शास्त्री को हटा दिया गया था। डंकन फ्लेचर के बाद माना जा रहा था कि वो टीम के हेड कोच बनेंगे, लेकिन अनिल कुंबले को टीम का कोच बना दिया गया। कुंबले के हटने के बाद शास्त्री फिर टीम इंडिया के कोच बने।
रवि शास्त्री की कोचिंग में टीम इंडिया कोई भी आईसीसी ट्रॉफी अपने नाम नहीं कर पाई। 2021 के टी-20 वर्ल्ड कप में टीम सेमीफाइनल तक भी नहीं पहुंच पाई वहीं, 2019 के वनडे विश्व कप में भारतीय टीम को सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
शास्त्री ने आगे कहा, 'मुझे दुख हुआ था जिस तरह से मुझे टीम से हटाया गया वो सही नहीं था। मुझे टीम से बाहर करने के बेहतर तरीके हो सकते थे। जब मैं टीम को छोड़ कर गया था तो वह अच्छी स्थिति में थी। मेरे दूसरे कार्यकाल में मैं काफी विवादों के बाद आया था। जो लोग मुझे बाहर रखना चाहते थे। ये उनके मुंह पर करारा तमाचा था।'
रवि शास्त्री के कोचिंग में ही टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया की धरती पर पहली बार टेस्ट सीरीज अपने नाम की थी। उन्होंने आगे कहा, 'जब मैं अपना सफर देखता हूं तो ये टीम वो टीम थी जो 300 रनों का टारगेट पीछा करते समय 30-40 रन से पीछे रह जाती थी। अब ये टीम 328 रन आसानी से चेज कर लेती है।'
'एडिलेड टेस्ट 2014 में हमने ये मैसेज टीम को भेजा था कि हम इसी तरह की क्रिकेट खेलना चाहते हैं वहीं, धोनी से विराट के पास कप्तानी आई थी, फिर अचानक मुझे टीम से बाहर जाने को कह दिया गया था। कुछ दिन बाद मुझे पता चला कि मैं अब टीम का हिस्सा नहीं हूं। मुझे किसी ने कारण भी नहीं बताया था।'
2019 के वनडे वर्ल्ड कप में अंबाती रायडू को टीम से बाहर करने के सवाल पर रवि ने कहा, 'मैं इस बारे में कुछ नहीं बता सकता। मुझे दिक्कत थी कि आप वर्ल्ड कप के लिए तीन विकेटकीपर बल्लेबाज क्यों चुन रहे हैं? आपको अंबाती या श्रेयस को चुनना था।''मुझे ये लॉजिक आज तक समझ नहीं आया कि धोनी, पंत और दिनेश को टीम में क्यों लिया गया था। मैं चयनकर्ताओं के बीच में नहीं पड़ता था, जब तक मुझे ये न कहा जाए कि आपको फीडबैक देना है।'
एक अन्य इंटरव्यू में शास्त्री ने रोहित शर्मा को लेकर कहा, 'रोहित हमेशा वही करते हैं, जो टीम के लिए सबसे अच्छा होता है। वह टीम में मौजूद हर खिलाड़ी का पूरा फायदा उठाना जानते हैं।' पूर्व मुख्य कोच ने आगे कहा कि रोहित और कोहली दुनिया के दो ऑल-फॉर्मेट बल्लेबाजों के रूप में विकसित हुए, जिस पर उन्हें खुशी और गर्व है।