तो क्या कटेगी उत्तर प्रदेश के बड़बोले खेल मंत्री की टिकट?
खेलपथ संवाद
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधान सभा चुनावों को लेकर लखनऊ से दिल्ली तक माथापच्ची शुरू हो चुकी है। भरोसेमंद सूत्र बताते हैं कि भारतीय जनता पार्टी का लक्ष्य इस बार तीन सौ से अधिक सीटें जीतने का है तथा इस बार 100 से अधिक विधायकों और मंत्रियों की टिकट कट सकती है। ऐसे विधायकों और मंत्रियों में वे लोग शामिल हैं जोकि बड़बोले हैं तथा दूसरे दलों के सम्पर्क में हैं। सूत्र बताते हैं कि बड़बोले खेल मंत्री उपेन्द्र तिवारी की टिकट को लेकर भी संशय बरकरार है।
यद्यपि खेल मंत्री उपेन्द्र तिवारी इन दिनों हर आयोजन में उत्तर प्रदेश के खेल विकास की मनगढ़ंत कहानी बयां कर रहे हैं। अभी कुछ दिन पहले उन्होंने देश का एकमात्र खेल विश्वविद्यालय मेरठ में बनाया जाएगा, जिसमें खिलाड़ियों को व्यावसायिक शिक्षा भी प्रदान की जाएगी जैसी बातें एक समारोह में कहीं थीं। तो उनका पेट्रोल को दिया गया बयान भी समूचे देश में चर्चा का विषय रहा है।
खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री उपेंद्र तिवारी उत्तर प्रदेश में खेलों के विकास के लिए किए जा रहे कार्यों तथा सरकार की उपलब्धियों को गिनाते नहीं अघा रहे। खेल मंत्री बताते हैं कि सरकार ओलम्पिक में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को 42.50 करोड़ और पैरा ओलम्पिक में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को 32 करोड़ रुपये बांट चुकी है। इतना ही नहीं, उत्तर प्रदेश में 71 नए स्टेडियम, 38 तरणताल, एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का तरणताल, सिंथेटिक ट्रैक, सिंथेटिक बास्केटबाल कोर्ट, शूटिंग रेंज, सिंथेटिक रनिंग ट्रैक आदि का निर्माण कराया गया है। जो भी हो उत्तर प्रदेश सरकार जमीनी स्तर पर पिछले साढ़े चार साल में खेलों के विकास की कौन कहे साढ़े चार सौ प्रशिक्षक भी नहीं जुटा सकी।