आईपीएल रद्द हुआ तो कई खिलाड़ी डिप्रेशन में आ सकते हैं

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के कारण आईपीएल समेत दुनियाभर में जुलाई तक होने वाले तमाम खेल टूर्नामेंट्स को टाल या रद्द कर दिया गया है। अब 15 अप्रैल को होने वाले आईपीएल पर संकट के बादल छाने लगे हैं। इसको लेकर दक्षिण अफ्रीका के पैडी अपटन का मानना है कि आईपीएल को रद्द नहीं होना चाहिए। अगर ऐसा होता है तो कई खिलाड़ी डिप्रेशन में आ सकते हैं। पैडी भारतीय टीम के कोचिंग स्टाफ का हिस्सा रह चुके हैं। वहीं, इस बार नीलामी में सबसे मंहगे 15.50 करोड़ रुपए में बिके ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने आईपीएल से ज्यादा जरूरी टी-20 वर्ल्ड कप को बताया है।
पैडी 2011 वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम के मेंटल कंडिश्निंग कोच थे। उन्होंने एक अंग्रेजी अखबार से कहा, ‘‘आईपीएल क्रिकेटर्स के लिए एक बड़ा टूर्नामेंट और दुधारू गाय है। लॉकडाउन जैसे हालात में जब कोई स्वस्थ और सामान्य व्यक्ति खुद के बारे में ज्यादा सोचता है, तो वह एंग्जाइटी और डिप्रशन का शिकार हो सकता है। ऐसे समय में मैं खिलाड़ियों के साथ अन्य लोगों को भी सलाह देता हूं कि वे खुद के बारे में ज्यादा न सोचें और अपने लोगों पर ध्यान दें। साथ ही दूसरे विकल्पों पर विचार करें।’’ वहीं, कमिंस ने कहा, ‘‘2-3 साल से हम लगातार टी-20 वर्ल्ड कप को लेकर बात कर रहे हैं। 2015 वनडे वर्ल्ड कप मेरे करियर का स्पेशल टूर्नामेंट था, जबकि मैं फाइनल में खेला भी नहीं था। अब मैं चाहता हूं कि इस बार टी-20 वर्ल्ड कप होना चाहिए। यह इंटरनेशनल क्रिकेट में इस साल का सबसे बड़ा इवेंट है। मेरी इच्छा है कि सबकुछ जल्दी ठीक हो और यह टूर्नामेंट अच्छे से संपन्न हो। यदि मैं थोड़ा और लालची होता, तो चाहता कि इस बार आईपीएल भी होना चाहिए।’’
इस साल आईपीएल की शुरुआत 29 मार्च से होनी थी। पहला मैच मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच होना है। कोरोना वायरस और वीजा प्रतिबंध के कारण टूर्नामेंट को 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया गया। वहीं, इस बार टी-20 वर्ल्ड कप की मेजबानी ऑस्ट्रेलिया को मिली है। यह टूर्नामेंट 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक होना है।
हाल ही में इंग्लिश खिलाड़ी केविन पीटरसन ने छोटे फॉर्मेट में आईपीएल कराने का सुझाव दिया था। उन्होंने कहा, ‘‘चलिए अब जुलाई-अगस्त भी जल्दी ही आने वाला है। मेरा मानना है कि आईपीएल के इस सीजन को भी कराया जाना चाहिए। विश्व का हर एक खिलाड़ी भी यही चाहता है और वह खेलने के लिए भी बेताब है। खिलाड़ियों और फ्रेंचाइजियों के साथ-साथ आईपीएल उन लोगों के लिए भी बहुत महत्व रखता है, जो इसके पर्दे के पीछे काम करते हैं। ऐसा कोई तरीका भी ढूंढना चाहिए, जिससे की फ्रेंचाइजी कुछ कमाई कर सके। जैसे कि सभी मैच सिर्फ तीन सुरक्षित स्टेडियम में बगैर दर्शकों के कराए जाएं। इसे तीन या चार हफ्ते में सीमित कर सकते हैं।’’

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