वाराणसी के सर विज्जी के बाद गांगुली ने दोहराया इतिहास

सौरव गांगुली ऐसे दूसरे क्रिकेटर हैं, जो भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रहे और अब बीसीसीआई के अध्यक्ष बने हैं। इससे पहले वाराणसी के विजय आनंद गजापति राजू यानी सर विज्जी ने ऐसा किया था। विजयनगर के महाराज विज्जी के पुत्र पूर्व रणजी क्रिकेटर कुंवर वेंकटेश सिंह ने बताया कि ऐसा 63 साल बाद हुआ है।

कुंवर वेंकटेश सिंह ने बताया कि 1936 में उनके पिता भारतीय टीम के कप्तान रहे। इसके बाद 1954 से 1957 के बीच वह बीसीसीआई के अध्यक्ष थे। बताया कि गांगुली के बीसीसीआई अध्यक्ष बनने के बाद टीम और बेहतर होगी। छोटे शहरों के प्रतिभाशाली क्रिकेटरों को मौका मिलेगा। बताया कि पिताजी और गांगुली में एक और समानता है, वह है फुटबाल। साथ ही कहा कि विज्जी क्रिकेट की बेहतरी के लिए ग्रास रूट लेबल पर काम करने के लिए प्रयासरत रहते थे। उनके प्रयास के कारण ही कानपुर प्रदेश में क्रिकेट का सेंटर बना।

उन्होंने दक्षिण भारत में भी खेल को बढ़ावा दिया। बताया कि पिताजी की कप्तानी में भारतीय टीम ने इंग्लैंड का दौरा किया था, तब तीन टेस्ट मैच खेले गये थे। तीनों में इंग्लैंड की टीम जीती थी। हालांकि बाद में बनारस में इंग्लैंड की टीम दौरे पर आई थी, जिसमें भारतीय टीम जीती थी। बताया कि पद्मश्री विज्जी का निधन बनारस में ही वर्ष 1965 में हुआ था। उन्हें नाइटहुड (सर) की उपाधि दी गई थी। उनके नाम से वाराणसी में क्रिकेट टूर्नामेंट होता है। 

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