लोढा समिति की सिफारिशों काे जस का तस लागू किया : राय

बीसीसीआई के 33 महीने के संचालन के दौरान भारतीय क्रिकेट का ‘अच्छा और बुरा’ दौर देखने वाले प्रशासकों की समिति (सीओए) के प्रमुख विनोद राय खुश हैं कि सौरव गांगुली के दर्जे का कोई व्यक्ति भारतीय क्रिकेट की बागडोर संभाल रहा है। बीसीसीआई से हटने के बाद पूर्व नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) राय ने कहा हमने लोढा समिति की सिफारिशों को जस का तस लागू किया है। विराट कोहली और रवि शास्त्री की जोड़ी को काम करने की पूरी आजादी देना, अनिल कुंबले का राष्ट्रीय कोच का पद छोड़ना, सीओए की साथी सदस्य डायना इडुल्जी से कई मुद्दों पर मतभेद, बीसीसीआई सीईओ राहुल जौहरी के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप और उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त लोढा समिति की सिफारिशों को लागू करने में सामने आई मुश्किलों पर बात की। उन्होंने कहा मैं सौरव का बेहद सम्मान करता हूं। मैंने उसे बंगाल क्रिकेट संघ का प्रभावी तरीके से संचालन करते हुए देखा है। मुझे नहीं लगता कि बीसीसीआई की बागडोर संभालने के लिए उससे बेहतर व्यक्ति हो सकता है। राय ने अब 4 पूर्व खिलाड़ी बड़े स्तर पर प्रशासन का हिस्सा हैं। सौरव बीसीसीआई अध्यक्ष हैं, बृजेश पटेल आईपीएल अध्यक्ष हैं, अंशमन गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी शीर्ष परिषद में शामिल हैं। हम पूरी तरह से पारदर्शी रहे। सीओए की 100 से अधिक बैठकों (स्थिति रिपोर्ट) की जानकारी बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध है।

धोनी के मसले को आसानी से हल किया जा सकता है : जगदाले

इंदौर (भाषा) : बीसीसीआई के पूर्व सचिव संजय जगदाले ने बुधवार को कहा कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी के भविष्य के मसले को गांगुली और चयनकर्ताओं द्वारा 38 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज से बात कर आसानी से हल किया जा सकता है। जगदाले ने कहा, ‘धोनी के भविष्य का मसला कोई बड़ा मुद्दा नहीं है और इसे ज्यादा तूल दिये जाने की जरूरत नहीं है। गांगुली और चयनकर्ता, धोनी से सीधे बात कर इस मुद्दे को आसानी से हल कर सकते हैं।’ पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता ने कहा, हर देश के बड़े क्रिकेटरों से बातचीत के जरिये ऐसे मसलों को सुलझा लिया जाता है।

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