सौरव गांगुली ने विराट कोहली को बताया बेहतरीन कप्तान

भारतीय टीम के कप्तान सौरव गांगुली ने विराट कोहली की कप्तानी की तारीफ की है। उन्होंने कहा है कि वह टेस्ट में सबसे सफल भारतीय कप्तान के मामले में धौनी को पीछे कर देंगे। विराट कोहली ने हाल ही में कप्तान के तौर पर धौनी के सबसे ज्यादा टेस्ट मैच जीतने के रिकॉर्ड की बराबरी की है और वह आसानी से इस रिकॉर्ड को अपने नाम करते दिख रहे हैं। भारतीय टीम इस समय किंग्सटन में वेस्ट इंडीज के खिलाफ दूसरा टेस्ट मैच खेल रही है और अगर इस मैच में वह जीत हासिल कर लेती है तो विराट कोहली टेस्ट में भारत के सबसे सफल कप्तान बन जाएंगे।

'विराट कोहली बेहतरीन कप्तान हैं'
गांगुली नेकहा, 'विराट कोहली बेहतरीन कप्तान हैं और वह दिन ब दिन बेहतर होते जा रहे हैं। आईपीएल में उनकी कप्तानी की काफी आलोचना हुई थी, लेकिन इसके बाद भी मैंने कहा था कि मुझे उनकी कप्तानी पर भरोसा है। उन्होंने विश्व कप में अच्छी कप्तानी की थी। यह दुभार्ग्यपूर्ण है कि हम सेमीफाइनल में हार गए, लेकिन मुझे लगता है कि एक कप्तान के तौर पर वह आगे बढ़े हैं।' सौरव गांगुली ने साथ ही कहा कि ऋषभ पंत बेहतरीन खिलाड़ी हैं और भारत को उनके साथ धैर्य रखना होगा।

'पंत अगले 4-5 साल में भी धौनी नहीं बन सकते'
इस पूर्व कप्तान ने कहा, 'पंत, धौनी नहीं है न ही वह अगले 3-4 साल में धौनी बन जाएंगे। धौनी आज जो हैं उन्हें बनने में 15 साल लगे हैं। धौनी भारतीय क्रिकेट में विशेष खिलाड़ी हैं। पंत भी विशेष हैं। उनका टेस्ट में रिकॉर्ड शानदार है।' गांगुली ने कहा कि जब धौनी को हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली टी-20 सीरीज के लिए नहीं चुना गया तो इससे वे हैरान नहीं थे। गांगुली ने कहा, 'मैंने उम्मीद नहीं की थी कि उनका चयन होगा।' गांगुली ने कहा कि वेस्ट इंडीज दौरे पर पंत का चुनना बताता है कि टीम प्रबंधन उनके अंदर भविष्य देख रहा है। 

'धौनी के संन्यास पर बीच में नहीं कूदना चाहिए'
गांगुली ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धौनी का भविष्य विराट कोहली और टीम प्रबंधन के हाथ में है। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि विराट इस स्थिति में काफी अहम हैं। वह धौनी से क्या बात कर रहे हैं यह कहना मुश्किल है। मुझे नहीं लगता कि इसमें किसी को कूदना चाहिए और अपना बयान देना चाहिए। मैंने हमेशा से कहा है कि चाहे डिएगो माराडोना, पीट सैम्प्रास, सचिन तेंदुलकर, मैं या धौनी, कोई भी हो हर कोई उस दौर में आता है जब उसे इस तरह की स्थिति का सामना करना पड़ता है।'

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