कुदेरमेटोवा-मेर्टेंस की जोड़ी ने जीता महिला युगल खिताब

विम्बलडनः फाइनल में वेई-ओस्टापेंको को  हराया

खेलपथ संवाद

लंदन।  वेरोनिका कुदेरमेटोवा और एलिस मेर्टेंस की जोड़ी ने वर्ष के तीसरे ग्रैंडस्लैम विम्बलडन के महिला युगल के फाइनल में हसीह सु-वेई और येलेना ओस्टापेंको को 3-6, 6-2, 6-4 से शिकस्त दी। कुदेरमेटोवा पहली बार ग्रैंडस्लैम चैम्पियन बनी हैं, जबकि मेर्टेंस का यह पांचवां ग्रैंडस्लैम और दूसरा विम्बलडन युगल खिताब है।

कुदेरमेटोवा और मेर्टेंस 2021 के फाइनल में एक-दूसरे के खिलाफ थीं, लेकिन इस साल विंबलडन में पहली बार एक साथ खेल रही थीं। यह जोड़ी तीसरे सेट में 2-4 से पीछे थी लेकिन फिर शानदार वापसी करते हुए अंतिम चार गेम को भुना कर खिताब जीतने में सफल रहीं। हसीह ने तीन अलग-अलग जोड़ीदारों के साथ विम्बलडन युगल का खिताब चार बार जीता है। ओस्टापेंको ने 2017 का फ्रेंच ओपन एकल खिताब जीता था और पिछले साल ल्यूडमिला किचेनोक के साथ अमेरिकी ओपन जीतने के बाद वह अपना दूसरा बड़ा युगल खिताब जीतना चाह रही थीं।

जूनियर में इवानोव बने चैम्पियन

बुल्गारिया के इवान इवानोव ने विंबलडन जूनियर फाइनल में अमेरिका के रोनित कार्की को 6-2, 6-3 से हराकर अपना पहला ग्रैंडस्लैम खिताब जीता। 16 वर्षीय इवानोव 2008 में ग्रेगर दिमित्रोव के बाद यह खिताब जीतने वाले दूसरे बुल्गेरियाई खिलाड़ी बने। कार्की के खिलाफ उन्हें एक भी ब्रेक प्वाइंट का सामना नहीं करना पड़ा और उन्होंने 22 विनर लगाए जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी ने छह विनर लगाए। कार्की 2014 में नोआ रुबिन के बाद यह खिताब जीतने वाले पहले क्वालीफायर बनने की कोशिश कर रहे थे।

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