आज आईपीएल को मिलेगा नया चैम्पियन

एक सपना जो टूटता रहा, एक जो पहली बार जिया जा रहा है

खेलपथ संवाद

अहमदाबाद। आईपीएल के 18वें संस्करण का फाइनल मंगलवार को नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा, जहां विराट कोहली की रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का सामना श्रेयस अय्यर की पंजाब किंग्स से होगा। यह मुकाबला न केवल आईपीएल इतिहास में एक नया विजेता देने जा रहा है बल्कि यह कोहली के लिए भी एक भावनात्मक पड़ाव होगा।

आज विराट के क्रिकेट करियर का आखिरी मैच हो सकता है कुछ समय के लिए, टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद और अगली वनडे सीरीज़ दूर होने के कारण। विराट कोहली इस लीग के पहले सीजन (2008) से आरसीबी से जुड़े हुए हैं। चार बार फाइनल तक पहुंचे, लेकिन खिताब नहीं जीत पाए। इस बार उनका प्रदर्शन (614 रन) बेहद संतुलित रहा है। रन बनाने के साथ-साथ उन्होंने टीम को स्थिरता दी है। मगर इस बार फर्क यह है कि आरसीबी सिर्फ कोहली पर निर्भर नहीं है। फिल सॉल्ट की आक्रामक शुरुआत, मयंक अग्रवाल, कप्तान रजत पाटीदार और जितेश शर्मा जैसे बल्लेबाज़ों ने पूरे सीजन टीम को मजबूती दी।

हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि पिछले दो मैचों से बाहर चल रहे टिम डेविड क्या फाइनल के लिए फिट हो पाते हैं। डेविड और रोमारियो शेफर्ड की जोड़ी डेथ ओवर्स में टीम को विस्फोटक फिनिश देती रही है। ऑस्ट्रेलियाई तेज़ गेंदबाज़ जोश हेज़लवुड (21 विकेट) आरसीबी की गेंदबाज़ी की रीढ़ रहे हैं। शांत और संतुलित रहते हुए उन्होंने अहम मौकों पर विकेट लेकर मैच पलटे हैं। फाइनल में भी उनकी भूमिका निर्णायक होगी।

जहां आरसीबी फाइनल में आठ विकेट से धमाकेदार जीत के साथ पहुंची है, वहीं पंजाब ने मोल्लनपुर में मिली हार को पीछे छोड़ते हुए पांच बार की चैम्पियन मुंबई इंडियंस को क्वालीफायर 2 में हराकर फाइनल में जगह बनाई। पंजाब किंग्स की यह कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं। टीम के कप्तान श्रेयस अय्यर (603 रन) और कोच रिकी पोंटिंग ने मिलकर एक नई संस्कृति और आत्मविश्वास गढ़ा है। अय्यर पहले खिलाड़ी हैं जिन्होंने तीन अलग-अलग फ्रेंचाइज़ियों (दिल्ली कैपिटल्स, केकेआर और पंजाब) को आईपीएल फाइनल तक पहुंचाया है।

प्रभसिमरन सिंह, जोश इंग्लिस, प्रियांश आर्य और शशांक सिंह जैसे युवाओं ने टीम को दमदार बल्लेबाज़ी दी है। गेंदबाज़ी विभाग में हालांकि मार्कस यानसन की अनुपस्थिति थोड़ी कमी लेकर आई, लेकिन फिर भी मुंबई को बल्लेबाज़ी पिच पर रोक देना टीम की ताकत को दिखाता है। युजवेंद्र चहल अब भी हाथ की चोट से जूझ रहे हैं, लेकिन फाइनल में अपनी पुरानी टीम आरसीबी के खिलाफ उनसे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी। अहमदाबाद में बारिश की कोई संभावना नहीं है, लेकिन बोर्ड ने एहतियातन 120 मिनट का अतिरिक्त समय और रिज़र्व डे रखा है, ताकि मैच पूरा कराया जा सके।

आरसीबी और पीबीकेएस दोनों ही टीमें ऐसी हैं जिन्होंने पिछले वर्षों में संघर्ष किया है और अक्सर निचले पायदानों पर रहीं। इस बार, दोनों ने शीर्ष दो स्थानों पर रहते हुए लीग स्टेज खत्म किया और अब फाइनल में आमने-सामने हैं। चाहे कोहली की 18 साल की मेहनत रंग लाए, या अय्यर की नेतृत्व क्षमता पंजाब को पहली बार विजेता बनाए इतिहास रचने वाला है।

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