अंतरराष्ट्रीय आयोजन के लिए आर्थिक मदद एक से दो करोड़

मिशन ओलम्पिक: खेल संघों को मिलेंगे 51 की जगह 90 लाख रुपये

खेलपथ संवाद

नई दिल्ली। वर्ष 2028 में होने वाले लॉस एंजिल्स ओलम्पिक की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए खेल मंत्रालय ने राष्ट्रीय खेल संघों को दी जाने वाली आर्थिक मदद को बढ़ा दिया है। खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने देश में किसी भी अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय चैम्पियनशिप को आयोजित करने के लिए मंत्रालय की ओर से दी जाने वाली आर्थिक मदद दोगुनी कर दी है।

खेल मंत्री मांडविया ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय चैम्पियनशिप के लिए अब एक की बजाय दो करोड़ और राष्ट्रीय चैम्पियनशिप के लिए 51 की बजाय 90 लाख रुपये की राशि दी जाएगी। यही नहीं मंत्रालय ने खिलाड़ियों के खाने की राशि बढ़ाकर एक हजार रुपये प्रतिदिन कर दी है। पहले यह 690 रुपये थी। जूनियर खिलाड़ियों को 480 की बजाय 850 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से खाना दिया जाएगा। साथ ही खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने वाले प्रशिक्षकों के वेतन में भी बढ़ोत्तरी कर दी गई है। अब भारतीय टीम के मुख्य प्रशिक्षक को पांच की बजाय साढ़े सात लाख रुपये प्रतिमाह वेतन मिलेगा, जबकि अन्य प्रशिक्षकों को दो लाख की बजाय तीन लाख रुपये प्रतिमाह का वेतन दिया जाएगा।

मांडविया के अनुसार उच्च प्राथमिकता वाले खेलों की राष्ट्रीय चैम्पियनशिप के लिए 90 लाख और प्राथमिकता वाले खेलों के लिए 75 लाख रुपये दिए जाएंगे। खेल संघों को अब अपने वार्षिक बजट का 20% हिस्सा जमीनी स्तर पर खेल के विकास के लिए तय  करना होगा। खेल संघ को यह राशि जूनियर और यूथ खिलाडि़यों के विकास पर खर्च करनी होगी। इन खिलाड़ियों को मान्यता प्राप्त अकादमियों में ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसकी निगरानी हाई परफॉरमेंस निदेशक (एचपीडी) की ओर से की जाएगी। 10 करोड़ के वार्षिक बजट वाले खेल संघ को एचपीडी रखना अनिवार्य होगा।

खेल मंत्री ने बताया कि सरकार देश में लीग संस्कृति को विकसित करने जा रही है। इसके तहत 13 खेलों में लीग शुरू करने की योजना है। ये लीग फ्रेंचाइजी आधारित होंगी और इनसे कारपोरेट घरानों को जोड़ा जाएगा। शूटिंग, योगासन, कबड्डी और हॉकी में लीग शुरू कराई जा रही है। इसके बाद साइकिलिंग और रग्बी में लीग होगी। खेल मंत्री मांडविया के अनुसार बास्केटबाल, बैडमिंटन, तीरंदाजी, मुक्केबाजी कुश्ती, वाटर स्पोर्ट्स और पोलो में भी जल्द लीग शुरू कराई जाएंगी।

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