प्रधानमंत्री मोदी ने बस्तर ओलम्पिक को सराहा

मन की बात में कहा- विकास और खेल एक साथ मिल रहे हैं
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक कार्यक्रम 'मन की बात' में बस्तर ओलम्पिक के आयोजन की जमकर सराहना की। पीएम मोदी ने कहा कि हाल ही में सम्पन्न हुए इस टूर्नामेंट ने युवाओं को प्रतिभा दिखाने का अवसर दिया। मोदी ने कहा कि यह एक अनूठा आयोजन है और यह इस बात का प्रतीक है कि देश में बदलाव हो रहा है। बस्तर ओलम्पिक का शुभंकर वन भैंसा और पहाड़ी मैना हैं जो जिले की समृद्ध संस्कृति की झलक दिखाता है।
छत्तीसगढ़ सरकार ने पिछले महीने इसी जिले में बस्तर ओलम्पिक 2024 का आयोजन किया था। इस बहु-खेल आयोजन का उद्देश्य स्थानीय प्रतिभाओं की खोज करना, नक्सल प्रभावित बस्तर के आदिवासी युवाओं को मुख्यधारा में शामिल करना और लोगों और प्रशासन के बीच संबंधों को बेहतर बनाना था। छत्तीसगढ़ का अविभाजित बस्तर जिला, जिसे अब सात जिलों में विभाजित कर दिया गया है, भौगोलिक दृष्टि से केरल से बड़ा है और देश के सबसे बुरी तरह नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में से एक है।
मोदी ने कहा कि यह उनके लिए बहुत खुशी की बात है कि बस्तर ओलम्पिक का सपना साकार हो गया है। पीएम ने कहा, क्या आप जानते हैं कि हमारे बस्तर में एक अनोखा ओलम्पिक शुरू हो चुका है। पहले बस्तर ओलम्पिक के जरिए बस्तर में एक नई क्रांति आ रही है। बस्तर ओलम्पिक सिर्फ एक खेल आयोजन नहीं है। ये एक ऐसा मंच है जहां विकास और खेल एक साथ मिल रहे हैं, जहां हमारे युवा अपनी प्रतिभा को निखार रहे हैं और एक नए भारत का निर्माण कर रहे हैं। आपको यह जानकर भी खुशी होगी कि यह उस क्षेत्र में हो रहा है जो कभी माओवादी हिंसा का गवाह था।
मोदी ने कहा कि इस आयोजन के पहले संस्करण में सात जिलों के 165000 खिलाड़ियों ने भाग लिया था। उन्होंने कहा, यह सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है, यह हमारे युवाओं के संकल्प की गौरव-गाथा है। एथलेटिक्स, तीरंदाजी, बैडमिंटन, फुटबॉल, हॉकी, भारोत्तोलन, कराटे, कबड्डी, खो-खो और वॉलीबॉल हर खेल में हमारे युवाओं ने अपनी प्रतिभा का परचम लहराया है।
कोनेरू हम्पी को विश्व रैपिड शतरंज विजेता बनने पर बधाई दी
भारतीय ग्रैंडमास्ट कोनेरू हम्पी ने रविवार को दूसरी बार विश्व रैपिड शतरंज चैंपियनशिप का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया। खिताबी मुकाबले में उन्होंने इंडोनेशिया की इरीन सुकंदर को हराया और देश का नाम रोशन किया। उनकी इस खास उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी। 
पीएम ने एक्स पर हम्पी को शुभकामनाएं देते हुए लिखा- 2024 फिडे महिला विश्व रैपिड चैम्पियनशिप जीतने पर हम्पी कोनेरू को बधाई। उनकी दृढ़ता और प्रतिभा लाखों लोगों को प्रेरित करती है। यह जीत और भी ऐतिहासिक है क्योंकि यह उनका दूसरा विश्व रैपिड चैम्पियनशिप खिताब है, जिससे वह यह अविश्वसनीय उपलब्धि हासिल करने वाली एकमात्र भारतीय बन गई हैं।
अंतिम राउंड में जीत की दरकार थी
37 वर्षीय हम्पी ने 11 में से 8.5 अंकों के साथ टूर्नामेंट का समापन किया।  यह भारतीय ग्रैंडमास्टर के लिए एक निर्णायक जीत थी। उन्हें चैंपियनशिप जीतने के लिए में सिर्फ जीत की ही दरकार थी। ड्रॉ या हार से उनका सपना टूट जाता। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ। रूस के 18 वर्षीय वोलोदर मुर्जिन ने पुरुष वर्ग में यह खिताब जीता। नोदिरबेक अब्दुसत्तोरोव के बाद मुर्जिन दूसरे सबसे कम उम्र के FIDE वर्ल्ड रैपिड चैंपियन हैं। नोदिरबेक ने 17 साल की उम्र में खिताब जीता था।
2019 में भी जीता था खिताब
हम्पी ने 2019 में जॉर्जिया के बटुमी में चैंपियनशिप जीतकर सफलता के शिखर पर पहुंची थीं। तब उन्होंने चीन की लेई टिंगजी को एक नर्वस-व्रैकिंग आर्मगेडन गेम में हराया था। जबकि पिछले साल (2023) वह उज्बेकिस्तान के समरकंद में इसी टूर्नामेंट में रजत पदक जीती थीं। वह  2023 में रूस की अनास्तासिया बोदनारुक के खिलाफ टाईब्रेक में खिताब से चूक गईं थीं।

 

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