मेरे लिए संन्यास सुकून का पलः रविचंद्रन अश्विन

चेन्नई लौटने  पर ढोल-नगाड़ों और तालियों के साथ स्वागत
खेलपथ संवाद
चेन्नई।
भारत के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास के बाद चेन्नई लौट चुके हैं। गुरुवार को अश्विन के आवास पर उनका जोरदार स्वागत हुआ। जैसे ही अश्विन की कार उनके घर के गेट के पास आकर रुकी, ढोल-नगाड़ों और तालियों से उनका स्वागत हुआ। अश्विन के साथ उनकी पत्नी प्रीति और दोनों बेटियां भी रहीं। 
अश्विन के आवास पर उनके माता पिता के अलावा कई और लोग मौजूद रहे। सभी ने अश्विन के लिए तालियां बजाईं और उन पर फूलों का बारिश की गई। वहां मौजूद लोगों ने उन्हें माला पहनाई। अश्विन के पिता रविचंद्रन ने उन्हें गले लगाया, जबिक मां भावुक दिखीं। रविचंद्रन ने बेटे का माथा भी चूमा। इस दौरान दोनों भावुक नजर आ रहे थे। अश्विन ने मीडिया को कहा कि संन्यास कई लोगों के लिए भावुक कर देने वाला पल होता है, लेकिन उनके लिए यह सुकून के पल हैं। अश्विन बिना किसी शोर शराबे के स्वदेश लौट आए। चेन्नई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के स्थानीय अधिकारी अश्विन को बाहर लेकर आए। इस बीच प्रशंसकों ने उनकी तस्वीरें ली, लेकिन वह मीडियाकर्मियों से बात किए बिना अपने घर चले गए।
इस मौके पर अश्विन ने मीडिया से भी बातचीत की। उन्होंने कहा- मैं आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलने जा रहा हूं। और इसमें हैरानी नहीं होनी चाहिए अगर में लंबे समय तक खेलने की कोशिश करता हूं और इस टीम के लिए खेलने की इच्छा रखता हूं। मुझे भी आश्चर्य नहीं होगा। मुझे नहीं लगता कि अश्विन एक क्रिकेटर के तौर पर खत्म हो गया है। मुझे लगता है कि अश्विन ने भारतीय क्रिकेटर के तौर पर जरूर अपना काम खत्म कर लिया है। बस इतना ही कहना है।'
जब उनसे पूछा गया कि क्या संन्यास लेना एक कठिन फैसला था, तो उन्होंने कहा, 'ऐसा नहीं है। यह बहुत से लोगों के लिए भावनात्मक है। यह भावनात्मक होगा, शायद यह पल भी बीत जाएगा। लेकिन मेरे लिए, यह राहत की एक सुकून और संतुष्टि का पल है। यह कुछ समय से मेरे दिमाग में चल रहा था, लेकिन संन्यास का एलान करना बहुत सहज था। मैंने इसे गाबा टेस्ट के चौथे दिन महसूस किया और पांचवें दिन इसका एलान कर दिया।'
अश्विन ने बुधवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन में बारिश से प्रभावित तीसरा टेस्ट मैच ड्रॉ छूटने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के घोषणा करके सभी को चौंका दिया था। अश्विन ने भारत के लिए 116 एकदिवसीय मैच खेले, जिसमें उन्होंने 156 विकेट लिए, जबकि 65 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में उन्होंने 72 विकेट हासिल किए। अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने करियर की शुरुआत 2010 में एक दिवसीय प्रारूप से की थी। इसके एक साल बाद उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था।
अश्विन के नाम टेस्ट में 537 विकेट हैं और ऐसा माना जा रहा था कि वह कुछ वर्षों में अनिल कुंबले के 619 टेस्ट विकेट के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ देंगे। हालांकि, अब ऐसा नहीं हो सकेगा। अश्विन ने 15 साल के अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में कई रिकॉर्ड बनाए। वह महान स्पिनरों में गिने जाते हैं। मौजूदा समय में नाथन लियोन के साथ वह दुनिया के शीर्ष स्पिन गेंदबाज रहे। अश्विन के नाम टेस्ट में 37 फाइव विकेट हॉल है, जो कि किसी भारतीय गेंदबाज द्वारा सबसे ज्यादा है। उनके बाद कुंबले का नंबर आता है। कुंबले ने टेस्ट में 35 बार पारी में पांच विकेट लिए थे। ओवरऑल सबसे ज्यादा पारी में पांच विकेट लेने का रिकॉर्ड श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन के नाम है। उन्होंने 67 बार ऐसा किया था। अश्विन शेन वॉर्न के साथ संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर हैं। 
अश्विन टेस्ट में सबसे ज्यादा प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड जीतने वाले खिलाड़ी भी हैं। उन्होंने टेस्ट में 11 बार प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड जीता है। इस मामले में वह मुरलीधरन की बराबरी पर हैं। अश्विन 2011 में वनडे विश्व कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे थे। हालांकि, इसके बाद वह कोई आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत सके।

 

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