खेलों के 33वें महाकुम्भ का आज पेरिस में होगा आगाज

इस बार भारत का लक्ष्य 10 के पार
खेलपथ संवाद
पेरिस। खेलों के 33वें महाकुम्भ का आगाज पेरिस में हो चुका है। खेलों का यह महाकुम्भ 26 जुलाई से 11 अगस्त के बीच फ्रांस की राजधानी पेरिस में आयोजित किया जा रहा है। 100 साल के लम्बे अंतराल के बाद पेरिस एक बार फिर ओलम्पिक खेलों की मेजबानी के लिए तैयार है। शुक्रवार को भारतीय समयानुसार रात 11.00 बजे से पेरिस की सीन नदी के किनारे ओलम्पिक खेलों का रंगारंग उद्घाटन समारोह होगा। इन खेलों में भारत के 117 खिलाड़ी दोहरे अंकों में पदक जीतने का लक्ष्य लेकर उतर रहे हैं।
ओलम्पिक खेलों की जहां तक बात है पेरिस ने इससे पहले 1920 और 1924 में इन खेलों की मेजबानी कर चुका है। वह लंदन के बाद सर्वाधिक तीन बार ओलम्पिक की मेजबानी करने वाला दूसरा देश बन जाएगा। ओलम्पिक इतिहास में पहली बार उद्घाटन समारोह स्टेडियम से बाहर खुले स्थान पर आयोजित किया जाएगा। ओलम्पिक की शुरुआत 1896 में एथेंस में हुई थी, ऐसे में यह 128 साल के इतिहास में पहली बार होगा कि इन खेलों में हिस्सा लेने वाले देशों की पारम्परिक परेड सीन नदी के किनारे 6 किलोमीटर क्षेत्र में होगी, जो पेरिस के बीच से होकर बहती है।
उद्घाटन समारोह में 100 से ज्यादा नावों का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसमें करीब 10 हजार से ज्यादा खिलाड़ी नौकायन करेंगे। वहीं पेरिस के कुछ प्रतिष्ठित स्थलों से गुजरेंगे, जिनमें नोट्रे डेम, पोंट डेस आर्ट्स, पोंट न्यूफ शामिल हैं। यह समारोह करीब तीन घंटे तक चलेगा। पेरिस ओलम्पिक में भारत ने 117 खिलाड़ियों का दल भेजा है। इन 117 सदस्यों के दल में तीन खेलों एथलेटिक्स (29), निशानेबाजी (21) और हॉकी (19) के आधे खिलाड़ी शामिल हैं। इन 69 खिलाड़ियों में से 40 खिलाड़ी पहली बार ओलम्पिक में भाग ले रहे हैं। भारतीय दल के ध्वजवाहक दो बार की ओलम्पिक पदक विजेता शटलर पीवी सिंधू और अनुभवी टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंता शरत कमल होंगे। पेरिस ओलम्पिक की ओपनिंग सेरेमनी में भारतीय पुरुष खिलाड़ी कुर्ता बंडी सेट पहनेंगे जबकि महिला खिलाड़ी भारत के तिरंगे झंडे को दर्शाती हुई मैचिंग साड़ी पहनेंगी। पारम्परिक इकत से प्रेरित प्रिंट और बनारसी ब्रोकेड वाले परिधानों को तरुण तहिलियानी ने डिजाइन किया है।