हरियाणा और मेजबान महाराष्ट्र के बीच होगी खिताबी जंग

14वीं हॉकी इंडिया सीनियर महिला राष्ट्रीय चैम्पियनशिप

पूर्व चैम्पियन हॉकी मध्य प्रदेश को खराब अम्पायरिंग का मलाल

खेलपथ संवाद

पुणे। हॉकी हरियाणा ने झारखण्ड तो मेजबान हॉकी महाराष्ट्र ने मौजूदा चैम्पियन मध्य प्रदेश को पराजित कर 14वीं हॉकी इंडिया सीनियर महिला राष्ट्रीय चैम्पियनशिप के फाइनल में प्रवेश कर लिया। हॉकी हरियाणा ने पहले सेमीफाइनल में हॉकी झारखंड को 4-0 तो मेजबान हॉकी महाराष्ट्र ने दूसरे सेमीफाइल में मौजूदा चैम्पियन हॉकी मध्य प्रदेश को 2-1 से पराजित किया। मध्य प्रदेश टीम ने अपनी पराजय के लिए खराब अम्पायरिंग पर जहां दोष मढ़ा है वहीं हॉकी जानकारों का कहना है कि महाराष्ट्र की टीम अच्छा खेली। मध्य प्रदेश की टीम मिले मौकों का फायदा उठाने में असफल रही।

हॉकी इंडिया सीनियर महिला राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में बेईमानी की जहां तक बात है, यह आईने की तरह साफ है। हॉकी इंडिया के इस आयोजन में खेली लगभग सभी टीमों में खिलाड़ियों की अदला-बदली देखी गई। मध्य प्रदेश टीम की पराजय का खराब अम्पायरिंग एक कारण हो सकती है लेकिन सबसे बड़ा कारण ग्वालियर एकेडमी से प्रशिक्षण हासिल करने वाली कुछ सीनियर खिलाड़ियों का अपने राज्यों से प्रतिभाग करना तो कुछ उदीयमान खिलाड़ियों का दूसरे राज्यों से खेलना है। खैर, कोई भी राष्ट्रीय या घरेलू प्रतियोगिता हो मेजबान को मदद मिलती ही है तभी तो कहा जाता है कि जिसकी फील्ड उसकी शील्ड।

खैर, मेजर ध्यानचंद हॉकी स्टेडियम पिम्परी, पुणे में खेले गए पहले सेमीफाइनल का पहला क्वार्टर गोलरहित समाप्त हुआ। हॉकी हरियाणा के पास पेनल्टी कॉर्नर से बढ़त लेने का मौका था लेकिन  हॉकी झारखंड की खिलाड़ियों ने उसे असफल कर दिया। हॉकी हरियाणा ने दूसरे क्वार्टर में अपने खेल की गति में बदलाव किया और अधिकांश समय गेंद पर नियंत्रण बनाए रखा। इसका फायदा उसे 27वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर के रूप में मिला, जिसे भारतीय टीम की मिडफील्डर नवनीत कौर ने गोल में बदल कर पहले हाफ में हॉकी हरियाणा को 1-0 की बढ़त दिला दी।

हॉकी झारखंड ने तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में गेंद पर ज्यादातर कब्ज़ा बरकरार रखा, लेकिन हॉकी हरियाणा ने उन पर दबाव बनाए रखा। अंततः 40वें मिनट में भारतीय टीम की मिडफील्डर ज्योति ने मैदानी गोल कर बढ़त दोगुनी कर दी। 44वें मिनट में भारतीय टीम के लिए फारवर्ड पोजीशन में खेलती शर्मिला देवी ने मैदानी गोल दागकर स्कोर 3-0 कर दिया। क्वार्टर खत्म होने से लगभग दस सेकेंड पहले हॉकी झारखंड को पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन वे इसे गोल में बदलने में नाकाम रहीं।

हॉकी झारखंड अंतिम क्वार्टर में कुछ सर्कल प्रविष्टियाँ पाने में कामयाब रहा, लेकिन हॉकी हरियाणा की एक कॉम्पैक्ट रक्षा ने किसी भी नुकसान को रोक दिया। बाद में एक और पेनल्टी कॉर्नर दिया गया और भारतीय टीम की फारवर्ड दीपिका ने 57वें मिनट में गोल में बदल कर बढ़त 4-0 करते हुए हरियाणा की फाइनल में जगह पक्की कर दी।

दूसरे सेमीफाइनल में मेजबान हॉकी महाराष्ट्र ने रोमांचक मुकाबले में गत चैम्पियन हॉकी मध्य प्रदेश को 2-1 से हरा दिया। पहला क्वार्टर गोलरहित रहा। दूसरे क्वार्टर के 28वें मिनट में मिले पेनल्टी कॉर्नर को रितिका सिंह ने गोल में बदल कर हॉकी मध्य प्रदेश को हाफ टाइम तक 1-0 से अग्रता दिला दी। तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में हॉकी महाराष्ट्र को पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन कोई गोल नहीं हो सका। हॉकी मध्य प्रदेश को तीसरे क्वार्टर में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने के कई मौके मिले, लेकिन सब अकारथ गए।

एक गोल से पिछड़ी हॉकी महाराष्ट्र टीम ने अंतिम क्वार्टर में अपनी खेल गति तेज कर दी और उसे 52वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला जिसे आकांशा सिंह ने गोल में बदल कर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। जैसे ही मैच पेनल्टी शूट-आउट की ओर बढ़ता दिख रहा था, 56वें मिनट में काजल सदाशिव अटपडकर ने मैदानी गोल दागकर मेजबान महाराष्ट्र टीम को बढ़त दिला दी। हॉकी महाराष्ट्र ने अपनी बढ़त बरकरार रखते हुए 2-1 से मुकाबला जीतते हुए फाइनल में प्रवेश किया  जहां उसका सामना हॉकी हरियाणा से होगा। हम आपको बता दें कि पिछले साल हॉकी मध्य प्रदेश ने महाराष्ट्र को 5-1 से पस्त कर खिताब अपने नाम किया था। हॉकी झारखंड और हॉकी मध्य प्रदेश के बीच तीसरे और चौथे स्थान का प्ले-ऑफ तथा हॉकी हरियाणा और हॉकी महाराष्ट्र के बीच फाइनल आज शनिवार 23 मार्च को खेले जाएंगे।

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