टीम इंडिया के बाद वेस्टइंडीज ने भी तोड़ा गाबा का गुरूर

टेस्ट इतिहास में ऑस्ट्रेलिया ने पहली बार देखा ऐसा दिन
खेलपथ संवाद
ब्रिसबेन।
गाबा में ऑस्ट्रेलिया के साथ एक बार फिर हादसा हो गया। भारत के बाद अब वेस्टइंडीज ने भी उसके गढ़ में उसे कुचलकर रख दिया। वेस्टइंडीज ने अपने से कहीं ज्यादा अनुभवी ऑस्ट्रेलियाई टीम को उसके फेवरेट ग्राउंड पर 216 रन नहीं बनाने दिए और सीरीज का दूसरा टेस्ट 8 रन से जीत लिया। इस जीत के हीरो रहे शामार जोसेफ, जिन्होंने आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी को ध्वस्त कर दिया।
शामार जोसेफ के 7 विकेट की मदद से वेस्टइंडीज ने गाबा पर दिन रात का टेस्ट जीता जो आस्ट्रेलिया में टेस्ट क्रिकेट में 27 साल बाद मिली जीत है। जोसेफ को वेस्टइंडीज की दूसरी पारी में मिचेल स्टार्क का यॉर्कर लगा था और उन्हें मैदान से जाना पड़ा था। उन्होंने गेंदबाजी में कमाल दिखाते हुए 68 रन देकर सात विकेट लिये और आस्ट्रेलिया को 207 रन पर आउट कर दिया। सलामी बल्लेबाज स्टीव स्मिथ 146 गेंद में 91 रन बनाकर नाबाद रहे।
ब्रिसबेन के गाबा मैदान को ऑस्ट्रेलिया का गुरूर कहा जाता है। ये गुरूर एक बार फिर से टूटा है। वेस्टइंडीज ने भी ऑस्ट्रेलियाई टीम को उसी गाबा पर खेले टेस्ट में धूल चटाई है, जिस पर साल 2021 में भारत ने अपनी जीत का पताका फहराया था और बीते 3 दशकों में ऐसा करने वाली पहली टीम बनी थी। कागजों पर कमजोर दिखने वाली वेस्टइंडीज की टीम जब अपने से कहीं ज्यादा अनुभवी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गाबा के मैदान पर उतरी तो उसने उसके हर एक वार पर करारा पलटवार किया। नतीजा ये हुआ कि वेस्टइंडीज ने गाबा टेस्ट 8 रन से जीत लिया और ऐसा करते हुए इतिहास रच दिया।
वेस्टइंडीज ने गाबा टेस्ट जीतने के लिए ऑस्ट्रेलिया के सामने 216 रन का लक्ष्य रखा था। ऑस्ट्रेलिया की ताकत को देखते हुए ये टारगेट मुश्किल नहीं था लेकिन दाद देनी होनी वेस्टइंडीज के उन युवा खिलाड़ियों की जिन्होंने बगैर ये सोचे कि सामने वाली टीम में कितने बड़े-बड़े नाम मौजूद हैं, इस मैच में अपना बेस्ट दिया और बताया कि उनके कप्तान क्रेग ब्रेथवेट का उन पर भरोसा यूं ही नहीं था। 216 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए जो एक बल्लेबाज वेस्टइंडीज के खिलाफ लड़ता दिखा, वो रहे स्टीव स्मिथ, इन्होंने आखिर तक नाबाद रहते हुए 91 रन बनाए।

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